राजपुरा: नगर कौंसिल प्रधान के चुनाव रद कर दिए गए है। चुनाव रद होने का मुख्य कारण जीते हुए पार्षदों का कौंसिल में ना आना बताया जा रहा है। प्रशासन की तरफ से डी डी पी ओ विनोद कुमार जी अपने समय से पहले कौंसिल में प्रवेश कर गए थे व् उन्होंने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी और 3:15 बजे तक पार्षदों का इंतज़ार करके अपनी कागजी कार्रवाई पूरी करके इस मीटिंग को रद कर दिया। इस मौके पर अपने फर्ज को पूरा करते हुए राजपुरा के विधायक स. हरदयाल सिंह कम्बोज भी समय पर कौंसिल पहुंच गए थे। स. कम्बोज ने प्रशासन पर इलज़ाम लगाते हुए कहा कि मेरी पार्टी के चार पार्षद भी कौंसिल में आये थे, लेकिन प्रशासन के किसी मुलाज़िम ने उनको कौंसिल में प्रवेश तक नहीं करने दिया। मैं इसके बारे में प्रशासन को शिकायत करूँगा। उन्होंने इस बात पर भी रोशनी डाली कि उनके जीते हुए पार्षदों की जान को खतरा है। भाजपा और अकाली दल के पार्षदों का कौंसिल में ना आना गठ्बंदन के सम्बंधों की तरफ इशारा कर रहा है कि गठबंधन के रिश्ते में कितनी मजबूती बाकी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि मानयोग हाइकोर्ट इस सारे मामले में क्या फैसला सुनाती है। क्या मानयोग हाइकोर्ट इन राजनीती पार्टियों की साजिशों से राजपुरा की भोली भाली जनता को छुटकारा दिलवाएगी या फिर ये 5 साल राजपुरा की जनता अपने चहेते प्रधान को तलाशने में ही गुजार देगी। राजपुरा में अब टूटी सड़के टूटी ही रह जाएँगी और पीने के पानी के सही समय पर आने का और साफ़ पानी के आने की खबर एक सपना ही रह जायेगा।