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कोटकपूरा फायरिंग के पीडितों को मिले कैप्टन अमरिन्दर : शान्ति और भाईचारा बनाऐ रखने की- की अपील

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फरीदकोट (शरणजीत ) लोग सभा में कांग्रेस पक्ष के डिप्टी नेता कैप्टन अमरिन्दर सिंह शनिवार श्री गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी का विरोध करते समय पुलिस फायरिंग दौरान मारे गए व्यक्तियों के परिवारों को मिले। उन्हों ने पंजाब में शान्ति और भाईचारा बनए रखने की अपील करते कहा कि वह पंजाब की शान्ति और तरक्की के लिए हर मुमकिन कदम उठाऐंगे। इस मौके कांग्रेस विधायक पक्ष के नेता सुनील जाखड़ और दूसरे सीनियर पार्टी नेताओं और विधायकों समेत वह कई स्थानों पर धरनों में शामिल हुए और संबोधन करते कहा कि वह श्री गुरु साहब की बेअदबी के दुख और संवेदनहीण पुलिस फायरिंग कारण हुई मासूम लोगों की मौत का दर्द सांझा करन आए हैं। कैप्टन अमरिन्दर ने मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल को इनें घटनाएँ पर मगरमच्छ के आँसू न बहाने के लिए कहा, क्योंकि पंजाब में जो कुछ घट रहा है, उस के लिए वह ख़ुद ज़िम्मेदार हैं। उनहोने आगे बोलते कहा कि पंजाब को आग के हवाले करने के बाद आज बादल श्री दरबार साहब पहुँच कर अपने गुनाहों को नहीं धो सकते और लोग उनको जवाबदेह बनाऐंगे। बाजा ख़ाना, बरगाड़ी और बोवाल में धरने पर बैठे लोगों को संबोधन करते कैप्टन अमरिन्दर ने कहा कि वह एक सच्चे सिक्ख के तौर पर यहाँ आए हैं, जिसको बेअदबी और पुलिस की तरफ से बेरहमी के साथ की गई फायरिंग दौरान हुई मासूमों की मौत से बहुत दुख पहुँचा है। पूर्व मुख्य मंत्री ने मासूम प्रदरशनकारियें पर पुलिस की बेरहमीपूरक फायरिंग की निंदा की, जिस कारण बेशकीमती जानें का नुक्सान हुहैं। उन्होंने माँग की कि दोषी पुलिस मुलाजिमों को न सिर्फ़ बरख़ास्त किया जाना चाहिए, बल्कि उन पर हत्या का मामला दर्ज़ किया जाना चाहिए। कैप्टन अमरिन्दर ने अपने भाषणों दौरान किसी का नाम लिए बगैर श्री अकाल तख़्त साहब का दुरुपयोग सम्बन्धित प्रदर्शनकारियों की चिंता को सांझा किया। उनहोने ज़ोर देते कहा कि समय आ चुका है कि छेवीं बादशाही की तरफ से स्थापित की गई इस पवित्र संस्था को ऐसे लोगों से मुक्त करवाया जाये। कैप्टन अमरिन्दर ने बाजा ख़ाना में भीड़ को संबोधन करते बोले सो नेहाल. ..के नारों दौरान कहा कि वह यहाँ एक राजनीतिज्ञ या पूर्व मुख्य मंत्री के तौर पर नहीं आए हैं, बल्कि एक सच्चे और दुखी सिक्ख के तौर पर अपने दूसरे साथियों समेत आपका दर्द और गुस्सा सांझा करन आए हैं। उनहोने कहा कि हर धर्म या जाति के साथ सम्बन्धित पंजाबी आज पवित्र बीड़ूँ की बेअदबी से दुखी है।

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