चंडीगढ़, हरियाणा सरकार ने प्रदेश की तीन निजी चीनी मिलों नामतः सरस्वती चीनी मिल, यमुनानगर, नारायणगढ़ चीनी मिल, नारायणगढ़ तथा भादसों चीनी मिल, भादसों, करनाल द्वारा किसानों से खरीदे गए गन्ने के 354 करोड़ रुपये के बकाया के भुगतान करने के प्रबन्ध किये हैं। सरकार द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसानों को यह भुगतान 30 जून तक हो जाए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने यह जानकारी देते हुए आज बताया कि इस प्रबन्ध के अन्तर्गत गन्ना अदायगी की 50 प्रतिशत राशि की अदायगी चीनी मिलों द्वारा की जाएगी और शेष 50 प्रतिशत की अदायगी हरको बैंक से ब्याज मुक्त ऋण लेकर की जाएगी। राज्य सरकार मिलों के इस ऋण पर ब्याज वहन करेगी। राज्य सरकार इस ऋण की अदायगी हरियाणा राज्य सहकारी बैंक (हरको बैंक) को अपने प्रथम पूरक बजट प्रावधानों से करेगी।
सरस्वती चीनी मिल, यमुनानगर की 200 करोड़ रुपये, नारायणगढ़ चीनी मिल, नारायणगढ़ की 92 करोड़ रुपये की बकाया राशि है। भादसों चीनी मिल, भादसों, करनाल का 62 करोड़ रुपये की बकाया राशि है।हरको बैंक ने सरस्वती चीनी मिल, यमुनानगर को गन्ना उत्पादाकों की बकाया राशि का भुगतान करने के लिए 100 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया है। हरको बैंक द्वारा नारायणगढ़ चीनी मिल, नारायणगढ़ को 46 करोड़ रुपये तथा भादसों चीनी मिल, भादसों, करनाल को 31 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया जा रहा है। गन्ना आयुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि चीनी मिलें निर्धारित समय में गन्ना उत्पादकों की समस्त बकाया राशि का भुगतान करें।