लखनऊ: समाजवादी पार्टी के लिए आज बड़ा दिन है. घर में मचे घमासान के बाद आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपना चुनावी रथ लेकर निकलने वाले हैं. परिवार के झगड़े में अलग थलग पड़ने के बाद अखिलेश ने अकेले ही चुनाव अभियान शुरू करने की बात कही थी.आज सबकी नजर इस पर है कि अखिलेश के इस चुनावी अभियान में कौन कौन उनके साथ होगा. अब तक की खबरों के मुताबिक चाचा शिवपाल के इस यात्रा में शामिल होने पर सस्पेंस बना हुआ है. घर में मचे घमासान के बीच इस रथयात्रा को अखिलेश के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. अखिलेश सुबह 9 बजे उन्नाव के लिए निकलेंगे और शाम को वापस लखनऊ लौट आएंगे.
लखनऊ की सड़कों पर जगह जगह अखिलेश की रथ यात्रा के पोस्टर लगे हुए हैं. पर इनमें कहीं भी चाचा शिवपाल की तस्वीर नहीं है. वहीं जिस मर्सीडीज बस को रथ की शक्ल दी गई है उस पर अखिलेश के अलावा पिता मुलायम की तस्वीर तो है लेकिन वहां भी शिवपाल कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या शिवपाल रथयात्रा से भी गायब रहेंगे. खुद शिवपाल ने पहले कहा था कि उन्हें बुलाया जाएगा तभी वो रथयात्रा में शामिल होंगे, लेकिन फिलहाल वो हर सवाल पर सिर्फ एक ही जवाब दे रहे हैं.
दरअसल 5 को समाजवादी पार्टी का रजत जयंती समारोह है, जिसे शिवपाल ने एक तरह से अपने शक्ति प्रदर्शन से जोड़ दिया है. हालांकि इस समारोह के जो पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें अखिलेश की तस्वीर भी है और विशिष्ट अतिथि के तौर पर उनका नाम भी. लेकिन मुश्किल पार्टी कार्यकर्ताओं की है कि वो किधर जाएं और किधर नहीं.इसी बीच शिवपाल ने 4 तारीख को लखनऊ में पार्टी का युवा सम्मेलन बुलाकर एक और दांव खेल दिया है, क्योंकि माना जा रहा था कि पार्टी के युवा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अखिलेश की रथयात्रा का हिस्सा बनेंगे.
यानी अखिलेश औऱ शिवपाल की लड़ाई में कार्यकर्ताओं का धर्मसंकट बढ़ गया है. वहीं पार्टी के मुखिया मुलायम चाचा-भतीजे के इस टकराव में फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं हालांकि अभी तक के कार्यक्रम के मुताबिक मुलायम रथयात्रा में आएंगे और अखिलेश रजत जयंती समारोह में रहेंगे.