अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक एसौसीएश्न की ओर से कराटे को ओलंपिक मे शामिल करने पर विकर्म डाहरी स्चीव आल इंडिया पेसीफ़िक कराटे डु एसो ने खूशी का इजहार किया ईस अवसर पर खुशी व्याकत करते हुए डाहरी ने बताया कि लंबे समय से कराटे कोच और खिलाडियों की माँग थी कि क्यू कि कराटे का स्त्र अंतर राष्ट्रीय था पर मेहनत करने के बाद भी खिलाडियों को एक कमी महसूस होती थी अब खिलाडी ओं की मेहनत सफल हुइ है अपनी संसथा के कामो का ब्योरा देते हुए डाहरी ने कहा कि उनकी कोशिश है वह समाज मे अपनी सेवाएं दें पेसिफ़िक कराटे डु ने आज तक सेल्फ डिफेन्स के तहत कई जिल्लों के स्कुलों मे जाकर लड़किओं को ट्रेनिंग दी है अब इस खेल मे खिला डिओं उतसुकता बडेगी