दिल्ली : दिल्ली सरकार अपने अस्पतालों में बड़े स्तर पर बदलाव करने की तैयारी में है। अब अस्पतालों में डॉक्टर नहीं बल्कि एमबीए प्रोफेशनल मैनेजमेंट का काम संभालेंगे। जिसके लिए सरकार की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। जल्द ही ऐसे प्रोफेशनल की नियुक्ति शुरू की जाएगी और उन्हें अस्पतालों मे बतौर अस्पताल प्रबंधक व सहायक प्रबंधक नियुक्त किया जाएगा। जिनका काम अस्पताल प्रबंधन के नाम को संभलना होगा। जबकि अभी तक यह काम अस्पताल में नियुक्त विशेषज्ञ डॉक्टरों के पास होता था। जिससे यह डॉक्टर मरीजों को देखने के लिए समय नहीं दे पाते थे। ऐसे में अब सरकार की इस पहल के बाद शायद विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे अस्पतालों को थोड़ी राहत मिल सके।
एक वर्ष के लिए होगी नियुक्ति सूत्रों की माने तो दिल्ली स्टेट हैल्थ मिशन (डीएसएचएम) के माध्यम से अस्पताल प्रबंधक और सहायक प्रबंधक पद आवेदन प्राप्त किए गए हैं व जल्द ही इनकी अस्पतालों में नियुक्ति की जाएगी। इनकी नियुक्ति एक वर्ष के लिए होगी यदि सेवाएं संतोषजनक मिली तो कार्यकाल को आगे बढा दिया जाएगा। अस्पताल प्रबंधक को प्रतिमाह एक लाख रुपए और सहायक अस्पताल प्रबंधक को प्रतिमाह 60 हजार रुपए बतौर वेतन दया जाएगा। इनके पद संभालने के बाद डॉक्टर देखरेख के भार से मुक्त हो जाएंगे और मरीजों का ईलाज ध्यान से कर सकेंगे।
मरीजों को मिलेगी राहत वर्तमान में दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी बनी हुई है क्योंकि विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति का कार्य यूपीएसई द्वारा किया जाता है। जिसमें लंबा समय लगता है। वहीं, वर्तमान में सभी अस्पतालों में प्रबंधन का कार्य विशेषज्ञ डॉक्टरों के पास है, ऐसे में अब जब प्रबंधन का कार्य प्रोफेशनल संभाल लेंगे तो विशषज्ञ डॉक्टर इस कार्य से मुक्त हो जाएंगे। जिससे डॉक्टरों को बड़ी राहत मिलेगी और इसका असर अस्पतालों में मरीजों के इलाज पर भी दिखने लगेगा।
अनिल वाजपाई, स्वास्थ्य संसदीय सचिव, दिल्ली सरकार 1 मार्च से सरकार अस्पतालों मेें डॉक्टरों की कमी को देखते हुए इस तरह की व्यवस्था को लागू करने वाली है। जिससे अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों को प्रबंधन के काम से राहत मिलेगी और वह मरीजों को समय दे सकेंगे।