फरीदकोट (शरणजीत ) 11 से 13 मार्च तक नयी दिल्ली में आर्ट आफ लिविंग के वीं वरेगंड मौके विश्व संस्कृत मेलो का आयोजन किया जा रहा है। इस मेलो में 155 देशा के 35 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।भारत के प्रधान मंत्री श्री नरिन्दर मोदी इस मेलो का उद्घाटन करेंगे इस विश्व स्तरीय समागम को ले कर देश भर में बड़े स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं। विश्व के प्रसिद्ध व्यापारी,नेता,कलाकार और धार्मिक नेता इस मेलो में शिरकत करेंगे।बड़े मान की बात है कि इस मेलो में फरीदकोट के 100 के करीब कलाकार भाग लेने जा रहे हैं इन कलाकार की प्रशिक्षण सम्बन्धित विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं।आज फरीदकोट आर्ट आफ लिविंग टीम की तरफ से प्रशिक्षण प्रोगराम मौके जानकारी देते मनप्रीत लंबू ने बताया कि इस विश्व स्तरीय मेलो में संगीत,नाच और कला का अमीर विरसा देखने को मिलेगा इस साथ साथ योगा और मेडीटेशन भी होगी विश्व भर में’भिन्न भिन्न राष्ट्रीयता पृष्टभूमि और आस्था के साथ सम्बन्धित लोग एक जगें और एकत्रित होंगे इस मौका और कलाकार को विशेष प्रशिक्षण दे रहे श्री मति अरुना रनदेव और श्री सतीश रनदेव ने कलाकार को इस मेला की महत्ता बताते हुए कहा कि इस मेला का मकसद जातीवाद और धार्मिक भेदभाव ख़त्म करना है उनहोने रूह के साथ भाग लेने और अच्छी कला का प्रदर्शन करने के लिए कलाकार को प्रेरित किया।प्रीति गर्ग और किरनदीप लंबू ने जानकारी देते बताया कि इस मेलो में 12 साल से 80 साल तक उम्र वर्ग के लोग भाग ले सकते हैं फरीदकोट से भंगड़ा और साशतरी संगीत के साथ सम्बन्धित 100 के करीब कलाकार इस विश्व संस्कृत मेलो में भाग लेने जा रहे हैं उन बताया कि 10 हज़ार कलाकार 40 के करीब बना बींधवा,तबला,हारमोनीयम,गिटार,सितार,रबाब,बाँसुरी और ओर बना एक ही समय एक स्टेज पर एक सुर में इक बजाऐ जाएंगे।इस मौके समाज सेवीं रजेश गर्ग,अडवोकेट मुकैश गौड़, डा.प्रभदीप सिंह चावला और संगीत अध्यापक सुखविन्दर सिंह विशेष तौर पर हाजिर थे