फरीदकोट (शरणजीत ) भारत का गणतंत्रता दिवस पर बच्चो ने हर्षोउल्लास के साथ पी टी शो में भीग लिया |कड़ाके की ठंड में स्कूली बच्चो को बिना टाट के जमीन पर बैठना पड़ा |घर से साफ सुथरे प्रेस किये स्कुल ड्रेस में नेहरू स्टेडियम पहुंचे स्कूली बच्चो के लिये प्रशाशन ने बैठने का कोई इंतजाम नही किया इस लिये बच्चो को भूमि पर ही बैठ कर पी टी शो करना पड़ा |नीचे सर्द जमीन ऊपर से चल रही सर्द हवा में बच्चे ठिठुरते देखे गए |कुछ बच्चे घर से ही इंतजाम कर अपने साथ अखबारी कागज लाये थे जिससे भूमि पर बैठने से पहले बिशा सके |वो तो भला हो सूर्य देव का जिन्होंने प्रोग्राम शुरू होते ही दर्शन दे दीये |उधर दुसरी और मुख्य महमान के साथ साथ प्रशाशन ने सभी उच्च अधिकारीयो के बैठने हेतु उत्तम व्यवस्था कर रखी थी जहा उन्हें बैठने के लिये अच्छी आरामदायक कुर्सीया उपलब्ध करवाई गयी वही सर्दी से बचाव हेतु हीटर भी लगाये गए थे |अब हर आम आदमी यह सोच रहा था की ऐ सी गाडीयो में चलने वाले सूटेड बूटेड अधिकारीयो और बाबुयो को ज्यादा सर्दी लगती है या स्कूली ड्रेस में जमीन पर बैठे नन्हे मुन्हे बच्चो को |तीन चार घंटे सर्दी में बैठा कर बच्चो को रिफ्रेशमेंट के नाम पर दो लड्डू थमा दीये जाते है जब की प्रशाशनिक अधिकारी मजे से गर्म गर्म चाय और कॉफी का लुत्फ़ उठाते है |