लुधियाना झारखंड से आकर मोबाइल चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार लोगों को सीआईए-2 की पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने वेस्ट बंगाल से उस दुकानदार को भी गिरफ्तार किया है जो इन आरोपियों से मोबाइल खरीदता है। आरोपियों ने जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान ही 108 मोबाइल फोन चोरी किए थे। आरोपियों से चुराए गए 108 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ थाना कोतवाली में मामला दर्ज किया है। गिरोह का सरगना सूरज कुमार, जीतन कुमार, अनूप कुमार महातो, विकास कुमार झारखंड व दुकानदार अब्दुल सलाम वेस्ट बंगाल का रहने वाला है। आशंका जताई जा रही है कि वेस्ट बंगाल का दुकानदार किसी आतंकी संगठन या नक्सलियों को चुराए गए मोबाइल सप्लाई करता था। पुलिस ने आरोपियों से आईफोन, सैमसंग, सोनी, माइक्रोमैक्स, एचटीसी, मोटोरोला, नोकिया, वीडियोकॉन, लेनोवो व अन्य कंपनियों के मोबाइल बरामद किए हैं। मोबाइल चोरी के मामलों को लेकर थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस ने 8 मामले दर्ज किए हुए हैं।
डिप्टी कमिश्नर आॅफ पुलिस नरेंदर भार्गव ने बताया कि जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान मोबाइल चोरी की वारदातों को लेकर पुलिस कमिश्नर परमराज सिंह उमरानंगल ने एडीसीपी गुरतजिंदर सिंह औलख व इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह की टीम गठित की थी। टीम को सूचना मिली थी कि झारखंड के गिरोह ने ही इन वारदातों को अंजाम दिया है। गिरोह के मेंबर्स चोरी की एक अन्य वारदात करने की फिराक में थे। पुलिस को सूचना मिली तो कार्रवाई करते हुए गिरोह के लोगों को पकड़ लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि इससे पहले वे दिवाली के त्योहार पर लुधियाना आए थे और तब भी 100 के करीब ही मोबाइल चोरी किए थे और आरोपी दुकानदार अब्दुल सलाम को 1.50 लाख रुपए में बेच दिए थे। इस बार जगन्नाथ रथ यात्रा का पता चलते ही गिरोह के सदस्य 18 दिसंबर को लुधियाना पहुंचे और 19 को वारदात को अंजाम दिया। फिर शिमलापुरी में मेड की चक्की के निकट कमरा किराए पर ले लिया। उसके बाद चौड़ा बाजार, रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी के अलावा ऑटो में सवार लोगों के मोबाइल चुराए। अब्दुल के आने पर उसके साथ इन मोबाइलों का भी 1.50 लाख रुपए में ही सौदा तय किया था। अब्दुल ने बताया कि आईएमईआई नंबर बदलने के बाद ही वह मोबाइल फोन आगे बेच देता था।