फरीदकोट (शरणजीत ) फरीदकोट के बरगाड़ी गांव में श्री गुरू ग्रंथ साहब की बेअदबी मामले को कांग्रेस पार्टी की तरफ से राजनैतिक मामला बनाया जा रहा है और पहले राज स्तरीय नेता और अब ख़ुद राहुल गांधी की तरफ से इस मामले को राजनैतिक रंगत दी जा रही है।आज राहुल गांधी की तरफ से पुलिस फायरिंग में मारे गए गुरजीत सिंह और हरकृष्ण भगवान सिंह के परिवारों के साथ दुख सांझा किया गया और इस मौके उनकी की तरफ से निकली गई पैदल यात्रा दौरान उन्होंने लोगों को 2017 की विधान सभा मतदान के लिए तैयार रहने को कह दिया ।अपनी हालत के लिये कांग्रसी खुद जिमेवार
पैदल मार्च दौरान गांव गुरुसर में सम्बोधन करते हुए कांग्रस के उपाधियक्ष ने सभी सीनियर नेताओ को एक जुट होने को कहा और यही बीएस नही उन्होंने यह तक कह दिया की अपनी हालत के लिये कांग्रस खुद जिमेवार है |यह उन्होंने लोगो से 2017 के चुनाव के लिये भी तयार रहने को कह दिया |जब पत्रकारों ने उनसे पूछा की 1984 में मरे गए 3000 सिखो के लिये भी क्या कांग्रस दुखी है तो राहुल गांधी बिना कोई जवाब दिए चल पड़े कैप्टन को भी सुनाई खरी खरी जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगो को एक जुट हो कर कांग्रस की मदद करने की अपील की तो भीड़ में से किसी ने जोर से कहा की पहले खुद तो एक जुट हो जाओ फिर हमे कहना इस पर न चाहते हुए भी कैप्टन साहब बोले हम तो एक जुट है
कांग्रसियो ने खाया अकलीयो के घर भोजन यह यह भी बता दे की गांव न्यामीवाला में कांग्रेसी नेताओ के लिए रखे भोजन दौरान पूर्व मंत्री लाल सिंह और फ़िरोज़पुर से कागरसी विधायक परमिन्दर सिंह पिंकी की तरफ से एक अकाली समर्थक के घर से खाना खाया गया तो हलका जैतो से कांग्रेसी विधायक जोगिन्द्र सिंह प्रधान की तरफ से इस की शकायती पार्टी के सीनियर नेताओं के पास की गई।
चाहे कुछ भी हो कांग्रेस पार्टी की तरफ से श्री गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी मामले को पूरी तरह राजनैतिक मसला बना लिया
गया है और इस मुद्दे को कांग्रस हाथ से नही जाने देना चाहती यह आपको यह भी बताना जरूरी है की प्रैस की और से कांफ्रेंस के लिये लगाये गए कैमरों के पास कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री अम्बिका सोनी खड़े रह गए और राहुल गांधी बिना प्रैस से बात किये चलते बने