फरीदकोट( शरनजीत) बाबा फ़रीद जी का आगमन पूर्व जैसे जैसे नज़दीक आ रहा है उसी तरह शहर में आवारा घूम रहे पशूयो का कोहराम बढ़ता जा रहा है शहर में जिधर नज़र धुमायो आवारा पशूयो की भरमार दिन प्रति दिन विस्तार होता जा रहा है और प्रशाशन आँखें बंद करके सोया शायद उस समय का इंतज़ार कर रहा है कि अभी कौन सा कोई जान -माल का नुक्सान हुआ है।इसकी एक ताज़ा मिसाल देखने को मिली शहर के सदर थानो के सामने जहाँ चार आवारा पशु आपस में लड़ाई करते देखे गए इन के आपसी युद्ध के चलते सारा ट्रैफ़िक दोनों तरफ से जाम हो कर रह गया और लोगों को आपने जाने बचाने के लिए इधर उधर भागते देखा गया कुछ लोगों की तरफ से लाठियों का सहारा ले कर इन को भगाया गया फिर जा कर सड़क पर यातायात शुरू हुई।शहर के लोगों ने ज़िला प्रशाशन से माँग की कि शहर में घूम रहे आवारा पशूयो को बाबा फ़रीद जी के मेला शुरू होने से पहले किसी सुरक्षित जगों पर बंद किया जाये जिससे इन से होने वाले जान -माल के नुक्सान से बचा जा सके।इस सम्बन्ध में जब डिप्टी कमिशनर मालविन्दर सिंह जगी जी के साथ बात की गई तो उनहोने कहा कि आवारा पशुओं का मामला कुछ दिनों से मेरे ध्यान में है,बाबा फ़रीद जी के मेले से पहले सभी आवारा पशूआं को पंचवटी मंदिर में बनी गौशाला में भेज रहे हैं और अगर वहां जगां कम रही तो गाँव गोलेवाला में जो सरकारी गौशाला निर्माण अधीन है, बाकी बचे पशुओं की शांभ -शंभाल गाँव गोलेवाला की गौशाला में की जायेगी।