चंडीगढ़ :- कनाडा के उद्योग जगत ने हरियाणा में सौर ऊर्जा, मेडिकेयर, सेवाएं तथा अन्य क्षेत्रों में अपनी गहरी रूचि दिखाई है। गत दिवस टोरंटो में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ हुए इंडो कनाडा चैम्बर ऑफ कॉमर्स के एक संवाद सत्र में वरिष्ठ उद्योगपतियों ने यह रूचि व्यक्त की। इंडो कनाडा चैम्बर ऑफ कॉमर्स में कनाडा तथा भारत की अग्रणी कम्पनियां शामिल हैं।
श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय सरकारी एवं उद्योग प्रतिनिधिमंडल निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अमेरिका तथा कनाडा के नौ दिवसीय दौरे पर है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार यह भली भांति समझती है कि उद्योग एवं व्यापार के विकास के लिए एक सौहार्दपूर्ण माहौल की आवश्यकता है। इसीलिए सरकार ने उद्योग का विकास सुनिश्चित करने के लिए अपनी नई नीति में इस दिशा में आने वाली सभी रूकावटों को दूर करने के कदम उठाए हैं।उद्योगपतियों, जिसमें अधिकतर इंडो कैनेडियन उद्योगपति थे, को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और कनाडा दोनों के पास एक दूसरे के साथ सांझा करने के लिए बहुत कुछ है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करना है। हरियाणा तेजी से विकसित हो रहा है और लगातार इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विकास की इस गति को बनाए रखने और इस में और तेजी लाने के लिए विदेशी निवेश की आवश्यता है। हरियाणा में उद्यमियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित करने हेतु एक सौहार्दपूर्ण माहौल तैयार किया गया है और यदि इसमें और सुधार की जरूरत होगी तो इसकी तिमाही आधार पर समीक्षा भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कनाडा के निवेशकों को निवेश गंतव्य के रूप में हरियाणा राज्य की प्रतिस्पर्धी बढ़त तथा सरकार द्वारा कारोबार की सहूलियत को बढ़ावा देने के लिए किए गए सुधारात्मक उपायों के बारे में भी जानकारी दी। प्रदेश क ी नई उद्यम प्रोत्साहन नीति- 2015 की मुख्य विशेषताओं को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हम हरियाणा में अंतर्राष्ट्रीय एवं घरेलू व्यापार, दोनों को आकर्षित करना चाहते हैं।’नई औद्योगिक नीति में राज्य को उच्च आर्थिक विकास दर की परिधि में लाने और एक सुदृढ़ एवं जीवंत औद्योगिक अर्थव्यवस्था विकसित करने की अपनी कटिबद्घता के अनुरूप कारोबार की सहूलियत को और आसान करने, विद्यमान इकाइयों को बढ़ावा देने और दूरदराज के क्षेत्रों में उद्योग विकसित करने पर बढ़ावा दिया गया है। इसके अतिरिक्त, कार्यनिष्पादन में तेजी लाने के लिए सुशासन एवं आईटी पहलों पर भी विशेष बल दिया गया है। इसी दिशा में एकल खिड़की स्वीकृति प्रणाली को शुरू कर दिया गया है। सभी स्वीकृतियां दो महीनों के भीतर देने के अतिरिक्त नई नीति में तीसरी पार्टी सत्यापन एवं स्व-प्रमाणीकरण की ऑनलाइन सुविधा भी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सभी औद्योगिक सेवाओं को औद्योगिक प्रोत्साहन अधिनियम के तहत कवर किया गया है तथा अनुमोदन एवं स्वीकृतियां प्रदान करने के लिए सेवा का अधिकार अधिनियम लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को प्रदेश में जनवरी, 2016 में आयोजित होने वाले सम्मेलन ‘हेप्पनिंग हरियाणा’ में आने का निमंत्रण भी दिया। ओंटारियो की प्रीमियर सुश्री केथलीन येनी भी निवेश के उद्देश्य से जनवरी या फरवरी, 2016 में हरियाणा का दौरा करेंगी।इस अवसर पर बोलते हुए हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने प्रदेश की भौगालिक स्थिति तथा अन्य ऐसी विशेषताओं पर प्रकाश डाला, जो विदेशी निवेशकों को हरियाणा आने तथा विकास का हिस्सा बनने के लिए आकर्षित कर सकती हैउद्योग शिष्टमंडल के प्रधान श्री दीप कपूरिया ने कहा कि उन्होंने इससे पहले कभी भी प्रदेश में निवेश के लिए ऐसा अनुकू ल माहौल नहीं देखा है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री संजीव कौशल, कनाडा में भारत के उच्चायुक्त श्री विष्णु प्रकाश, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव श्री देवेन्द्र सिंह,इंडो कनाडा चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रधान श्री संजय मक्कड़, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत सरंचना विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री विनीत गर्ग, सूचना, जनसम्पर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के महानिदेशक डॉ. अभिलक्ष लिखी, सीआईआई एवं आईसीसीसी के सदस्य भी उपस्थित थे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने 1985 में हुई एयर इंडिया कनिष्का हवाई दुर्घटना में मारे गए 329 लोगों, जिनमें से अधिकतर भारतीय मूल के थे, की स्मृति में बनाए गए एयर इंडिया मेमोरियल पर श्रद्घाजंलि भी अर्पित की।तत्पश्चात, सायं काल मुख्यमंत्री के स्वागत में प्रवासी भारतीयों द्वारा एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने उन्हें हरियाणा में निवेश करने का आग्रह किया।