अम्बाला : शहीद भगत सिंह ब्रिगेड की अम्बाला ईकाई और शहीद भगत सिंह सेवा समिति द्वारा पंचायत भवन अम्बाला शहर में शहीद राजगुरू के 107वें जन्म दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 107 युवाओं ने रक्तदान करके शहीद के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और शहीदों द्वारा जगाई गई देशभक्ति की मिशाल को युवा पीढियों तक पहुंचाने का प्रण लिया। पूर्ण प्रकाश सैनी और बलजीत सिंह सैनी के प्रयासों से आयोजित इस शिविर में शहीदे आजम भगत सिंह के पौत्र यादविन्द्र संधु और अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल ने रक्तदाताओं को रैडक्रास सोसायटी की ओर से बैज लगाकर प्रोत्साहित किया और रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किये। सभी रक्तदाताओं के लिए फल और दूध की व्यवस्था रैडक्रास सोसायटी द्वारा की गई।
उपस्थित रक्तदाताओं को सम्बोधित करते हुए विधायक असीम गोयल ने कहा कि अग्रेंजो के साथ-साथ लंबे समय तक देश में शासन करने वाली काग्रेंस सरकार ने शहीदों के इतिहास को नजरअंदाज किया है। देश में केवल एक परिवार के राजनीतिक हितों के कारण भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव सहित हजारों देशभक्तों की कुर्बानियों के इतिहास को अनदेखा किया गया है। उन्होने कहा कि इन महान शहीदों के इतिहास को संजोए रखने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अम्बाला छावनी में 20 एकड़ क्षेत्र में 119 करोड़ रूपये की लागत से शहीद स्मारक स्थापित करवाने का निर्णय लिया है और इस कार्य का शिलान्यास भी उन्होने स्वयं 11 मई को किया है। उन्होने कहा कि तीनों महान शहीदों की सोच से युवा पीढी को जोडने के लिए प्रति वर्ष 22 मार्च को अम्बाला में एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा क्योंकि 23 मार्च को भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को फांसी देकर शहीद किया गया था।
शहीदे आजम भगत सिंह के पौत्र यादविन्द्र सिंह संधु ने कहा कि उन्होने देश के सभी राज्यों के जाने-अनजाने शहीदों की जानकारी जुटाने के प्रयास आरम्भ किये हैं। उन्होने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में इस्ट इंडिया कंपनी के भारत प्रवेश 1757 से लेकर 1947 तक लगभग 6 लाख भारतवासियों ने शहादत दी है। इन सभी शहीदों की जानकारी जुटाकर सरकार से एक शहीद संग्राहलय स्थापित करने की मांग की जायेगी। उन्होने कहा कि उन्होने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर शहीदों के इतिहास को स्कूल स्तर से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के पाठयक्रम में शामिल करने, इतिहास में शहीदों के नाम के साथ लगाये गये आतंकवादी जैसे आपत्तिजनक और अपमानजनक शब्दों को हटाना, भारतीय करंसी पर देश के महान शहीदों को चित्र अंकित करने सहित सात मांगो पर आधारित एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने शहीदों के सम्मान का भरोसा दिलाया है।उन्होने यह भी कहा कि शहीद भगत सिंह ब्रिगेड के माध्यम से वे देश के हर कौने तक पहुंच बनाकर युवाओं को शहीदों की भावनाओं के प्रति जागरूक करने के प्रयास जारी रखेेंगे। रक्तदान शिविर में रक्त सग्रंह के लिए डा0 विरेन्द्र भारती के नेतृत्व में टीम तैनात की गई थी।
इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक पूर्ण प्रकाश सैनी, बलजीत सिंह, डीपीआरओ परमजीत सैनी, रैडक्रास सोसायटी के सचिव अनिल जोशी, समाजसेवी जी.डी. छिब्बर, चंद्र प्रकाश त्रिखा, अशोक कुमार, रितेश गोयल, अनुभव अग्रवाल, जगतार अरोडा, विक्की सरपंच सहित बडी संख्या में भगत सिंह बिग्रेड के पदाधिकारी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।