मुंबई। अभी अक्सा बीच पर प्रेमी जोड़ों को होटलों के कमरे से पकड़ने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा है कि मुंबई पुलिस फिर कठघरे में है। मुंबई पुलिस पर एक कारोबारी को झूठे केस में फंसाने और बड़ी-बड़ी धाराएं लगाने की धमकी देकर लाखों रुपये की घूस मांगने का आरोप लगा है। पैसों का इंतजाम करने में असमर्थ पीड़ित कारोबारी ने आरोपी पुलिसवाले का स्टिंग कर लिया और पूरे सबूत के साथ इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारियों से की है। मुंबई पुलिस ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
केतन पटेल का आरोप है कि उनके कुछ कर्मचारी काफी दिनों से उनका सामान चोरी कर रहे थे। 3 अगस्त को उन्होंने एक कर्मचारी को धर दबोचा, लेकिन जब वो उसे लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे तो पुलिस उल्टा उनसे ही सवाल-जवाब करने लगी। पुलिस ने पूछा कि जब कर्मचारी शाम को पकड़े गए तो उन्हें इतनी देर बाद पुलिस स्टेशन क्यों लाए? इसके बाद पुलिस इंस्पेक्टर अरुण पाटिल ने उन्हें किडनैपिंग और मारपीट के मामले में फंसाने की धमकी दी। पुलिस ने केतन और उनके भाई के खिलाफ मारपीट का केस भी दर्ज कर लिया। उन्हें धमकी दी गई अगर मामला रफा-दफा कराना चाहते हो तो 10 लाख रुपये दे दो।
पीड़ित केतन पटेल के मुताबिक पुलिस ने कहा कि सब मैनेज हो जाएगा, सिर्फ पैसे दे दो। कम लोग और छोटी धाराओं में मामला दर्ज करेंगे और दूसरे दिन ही कोर्ट से जमानत मिल जाएगी। इसके बाद केतन ने व्यापारी एसोशिएसन से मदद मांगी। केतन के करीबियों का कहना है कि पुलिस वालों के डर से वो पैसे देने के लिए राजी हो गए, लेकिन साथ ही साथ उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत एंटी करप्शन यूनिट से भी कर दी।
इसके बाद एंटी करप्शन यूनिट के अफसरों ने अपना जाल बिछाया। इसके तहत आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर अशोक पाटिल और दलाल को नवी मुंबई के हाइवे पर बुलाया गया। मौके पर पहुंचते ही अशोक पाटिल ने पैसे मांगे। जब केतन ने कहा कि वो किसी होटल में चलकर पैसे देगा तो अरुण पाटिल भड़क उठा। गुस्से में केतन को धमकाते हुए वो वहां से चला गया। व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पटेल के मुताबिक हमारे पास सारे सबूत हैं। एक-एक फोन रिकॉडिंग है, वो बहुत चालाक है, उसे पता था कि पैसे किसी होटल या मॉल में नहीं लेना है।
पूरी बातचीत की रिकॉर्डिंग लेकर केतन और दूसरे व्यापारी पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया के पास पहुंचे। पूरा मामला सुनने के बाद राकेश मारिया ने आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए और दोनों का ट्रांसफर भी कर दिया। मुंबई डीसीपी धनंजय कुलकर्णी ने कहा है कि पुलिस हमारे पास इनकी शिकायत आई थी। फुटेज देखने के बाद पुलिस कमिश्नर ने दो अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।