फ़रीदकोट (शरणजीत ) सावन के पवित्र महीनो की शुरुआत होते ही बीते दिन फरीदकोट से हुरिदुआर तक पैदल कावट ले कर चले शिव भक्ततो की तरफ से हुरिदुआर से जल ले कर वापस फरीदकोट पहुँचने पर शहर निवासियों की तरफ से जहाँ अलग -अलग चौराहो में स्नेहपूर्ण स्वागत किया गया, वहाँ ही”भंम -भोले भंम -भोले के जयकारों के साथ आसमान गूँजने लगा । उक्त मौके नवीन भटनागर,रवि किरन सिंह,अशोक भटनागर,पौधा गप्पी,किरनदीप सिंह, चरनजीत सिंह ने बताया कि हर साल की तराह इस साल भी शिव भोले कावट संघ का नेतृत्व नीचे अनेंका शिव भक्त कावट ले कर हरिद्वार तक पैदल यात्रा करने के बाद जल ले कर वापस शिवरात्रि के पवित्र दिन पर फरीदकोट शहर के अलग -अलग मंदिरों में पहुँचे,जहाँ मंदिर के पुजारी की तरफ से पूजा करने के बाद जल शिव भोले मंदिर में चढ़ाया गया ता के भगतों की मनो कामना पूरी हो सकें। उनहोने कहा कि राम बाग़ में बने शिव मंदिर में कावड़ियों के आने की ख़ुशी में जहाँ केलों और भांग के प्रसाद का लंगर लगाया गया,वहाँ नाच कर शिव भोले का गुणगाण किया गया जिससे दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं समेत शिवरात्रि के पवित्र त्योहार को बहुत ही श्रद्धा पूर्व मनाया जा सके । यहाँ यह भी बताने योग्य है कि शिवरात्रि के पवित्र त्योहार को ले कर फरीदकोट शहर के सभी मंदिरों को खूब सजाया गया था जिससे श्रद्धा के साथ इस त्योहार को मनाया जा सके ।