सरकार करीब 50 और जरूरी दवाएं लोगों को सस्ते दामों पर उपलब्ध कराने की सोच रही है। इनमें कैंसर, एड्स जैसी गंभीर बीमारियों के साथ फ्लू और डायबिटीज की दवाएं भी हैं। रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘करीब 100 करोड़ देशवासी गरीबी रेखा से नीचे, कम आय वर्ग या मध्य आय वर्ग के हैं। इन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया कराना जरूरी है। इसके लिए 50-55 अच्छी क्वालिटी की दवाएं कम दामों पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें खांसी, वायरल, फ्लू, टायफायड, डायबिटीज, हाइपर टेंशन, एड्स और कैंसर जैसी बीमारियों की दवाइयां शामिल हैं।’ रसायन मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बीमार सरकारी दवा कंपनियों को रिवाइव करना जरूरी है। सरकार इस पर काम कर रही है।
इसके अलावा चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को भी एनएलईएम में शामिल किया जाना है। इन उपकरणों के दाम ज्यादा न हों, इसके लिए ऐसा करना जरूरी है।
सरकार जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) में शामिल दवाओं की कीमतें नियंत्रित करती है। ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर (डीपीसीओ) 2013 के मुताबिक दवा मूल्य निर्धारण अथॉरिटी (एनपीपीए) इस सूची में शामिल दवाओं की अधिकतम कीमत तय करती है। कोई भी कंपनी इससे ज्यादा दाम पर दवा नहीं बेच सकती है।केंद्र सरकार का अच्छा फैसला