जयपुर। : ईमानदारी किसी व्यक्ति के शिक्षित होने पर या उसकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर नहीं करता है। 26 वर्षीय आबिद कुरैशी गरीब होने के बावजूद ईमानदारी के बेमिसाल उदाहरण बन गए हैं। आबिद नाम के इस रिक्शे वाले को सड़क पर 1 लाख 17 हजार रुपए पड़े मिले लेकिन लाखों रुपए आबिद की ईमानदारी को डिगा नहीं पाए और उसने ये रुपए पुलिस को लौटा दिए।आबिद वॉल्ड सिटी में रिक्शा खींचने का काम करता है और रोज 200 से 300 रुपए कमाता है लेकिन फिर भी उसने सड़क पर मिले रुपए बिना एक भी सेकंड सोचे बिना पुलिस को लौटा दिए। उसे बुधवार शाम को गवर्नमेंट होस्टेल के पास की सड़क पर ये रुपए पड़े मिले थे।कमिश्नर ने आबिद की ईमानदारी की तारीफ करते हुए कहा, ‘उसने बहुत ही महान काम किया है वह कभी स्कूल नहीं गया, गरीब है लेकिन ईमानदारी के मामले में बहुत ही अमीर है। आबिद ने हम सबके सामने एक उदाहरण पेश किया है।’आबिद से जब पूछा गया कि क्या उसके दिमाग में एक बार भी रुपए अपने पास रखने का खयाल आया तो आबिद ने कहा, ‘ईमानदारी सबसे बड़ी नियामत है। पाक कुरान में लिखा है जिसका ईमान होता है वह जन्नत का हकदार होता है।’पुलिसकर्मियों और पत्रकारों की भीड़ के बीच सहमे से आबिद ने बताया, ‘मैं अपनी आजीविका रिक्शा खींचकर चलाता हूं। बुधवार को 4 बजे एक स्टोर पर कुछ सामान छोड़कर आ रहा था तभी लौटते हुए मुझे सड़क पर रुपए से भरा एक बैग मिला। मैं उस वक्त थोड़ा घबराया हुआ था लेकिन फिर मैं गवर्नमेंट सर्कल के पास रात के 10 बजे तक खड़ा रहा लेकिन कोई उसे लेने नहीं आया। इसके बाद मैं घर पहुंचा और अपनी पत्नी को पूरा वाकया सुनाया।’आबिद की पत्नी अमीना बानो ने कहा, ‘मैंने उन्हें कहा कि ये रुपए जिसकी अमानत है उसे लौटा दीजिए। मोहल्ले की एक टीचर ने हमारी इसमें मदद की।’सहायक पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह ने कहा, ‘आबिद अपनी बेटी की शिक्षा और शादी में आने वाले खर्च के लिए एक-एक रुपए जोड़ता है ऐसे में उसकी ईमानदारी काबिल- ए-तारीफ है। उन्होंने कहा कि निश्चित रुप से उसने महान काम किया है और इसके लिए हाईकमान उसे 15 अगस्त को सम्मानित कर सकता है।’