दिल्ली: डॉक्टरो द्वारा लापरवाही बरतने से जाने-माने रफतार न्यूज के दिल्ली के ब्यूरो हरपाल सिंह की बेटी पायल की मौत हो गयी। पायल की उम्र 18 वर्ष थी और वो इसी बर्ष 12वी की पढाई पूरी की थी। 25 जून को पायल की तबियत खराब होने की वजह से उसे दोपहर संजय गाँधी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे बुखार बताया गया और उसी दिन गलत ग्लूकोस लगाने पर पायल के पिता हरपाल सिंह की हॉस्पिटल के सी एम ओ डॉ दलाल से कहासुनी हो गयी। ज्यादा हंगामा हो जाने की वजह से हरपाल सिंह ने पुलिस को कॉल कर दी जिसके बाद डॉ दलाल ने माफी मांगी और अपने गलत आचरण को भी स्वीकारा था। पायल को उसी दिन शाम 5 बजे इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। रात को पायल ठीक थी और खा पी रही थी। दुसरे दिन तकरीबन 10 बजे सुबह डॉक्टर ने चेक किया और आक्सीजन लगा दिया। 27 जून को हरपाल सिंह और उनकी पत्नी को बोला गया कि ऊपर से फोन आया है पायल को आई.सी.यू. में लेकर जाना है। रात 1 बजे और 1ः30 के बीच उसे एक इंजेक्शन लगाया गया जिसके लगाने के बाद पायल की तबियत ज्यादा बिगड़ गयी और सुबह 5 बजे डॉक्टर ने हरपाल सिंह को बुलाकर कहा कि साँस नही आ रही है हम कोशिश कर रहे है और फिर सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर उसकी मौत की खबर आ गयी।
वरिष्ठ पत्रकार हरपाल सिंह का कहना है कि उन्हे शक है कि डाक्टरों ने अपनी खुन्नस निकालने के कारण जानबुझ कर उनकी बच्ची की जान ले ली है। उनका कहना है कि वे अपनी बच्ची को इंसाफ दिला कर रहेंगें। हरपाल सिंह ने कहा कि वे 27 जुलाई 2015 से अपनी बेटी पायल की जान लेने वाले डाक्टरों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के लिए संजय गांधी अस्पताल के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरु करेंगें।