चंडीगढ़. पांच साल की मासूम बच्ची और मामला छेड़छाड़ का, वह भी स्कूल बस में। सोमवार को चंडीगढ़ की एडीजे अंशु शुक्ला की कोर्ट में बंद कमरे में इस बच्ची के बयान दर्ज होने थे। बच्ची को न कोर्ट की समझ थी, न ही जज की जानकारी। कोर्ट भी समझ नहीं पा रहा था कि इतनी छोटी बच्ची से कोई सवाल पूछें भी तो कैसे। इस पर जज अंशु शुक्ला ने पहले बच्ची को गले लगाया और फिर गोद में बिठा लिया। बच्ची को लगा कोई अपना है। जज ने बातचीत शुरू की और बातों-बातों में उन सवालों के जवाब जान लिए जो अहम थे।
बच्ची ने क्या बताया?
बच्ची ने जज को कंडक्टर अंकल की सारी बातें बता दीं। जब जज ने बच्ची से सामने खड़े आरोपी कंडक्टर जगजीत सिंह की ओर इशारा करके पूछा कि क्या यही वह अंकल हैं, तो बच्ची ने तपाक से कहा- हां, यही वो अंकल हैं। बच्ची ने यह भी बताया कि कंडक्टर ने यह बात किसी को नहीं बताने की धमकी दी थी।
क्या है मामला?
चंडीगढ़ के स्टेपिंग स्टोंस स्कूल सेक्टर-38 की बस में बच्ची से कंडक्टर ही छेड़छाड़ करता था। इस साल मई में इस केस के खुलासे के बाद पूरा प्रशासन सकते में आ गया था और इसके बाद ही स्कूल बसों में सेफ्टी नॉर्म्स लागू करने की गाइडलाइंस जारी की गई थीं।