फ़रीदकोट ( शरनजीत) स्रोमनी अकाली दल (अमृतसर) के प्रधान स्र.सिमरनजीत सिंह मान ने फरीदकोट के नज़दीक के गाँव चहल में पत्रकारों के साथ बात करते हुए कहा कि भारत में लगा एंड आर्डर की स्थिति जहाँ बेहाल हुई पड़ी है,वहाँ पंजाब के उप मुख्य मंत्री की तरफ से बीते दिनों दिए बयान’घरों और ‘पर लिखो”मैं हैं अकाली”पर उतना कहा कि”मैं हैं अकाली लिखने की बजाय’खालिस्तानी अकाली’सिक्ख कौम लिखे, जिस के साथ किसी को कोई भी ऐतराज़ नहीं होगा। उन्होने कहा कि बरगाड़ी से फरीदकोट तक 27 फरवरी को मानवीय लड़ी बना कर शांति के साथ रोश मार्च निकाला जायेगा क्योंकि अभी तक बगराड़ी में श्री गुरू ग्रंथ साहब जी बेअदबी करने वालों की जहाँ गिरफ़्तारी नहीं हुई,वहाँ ही शहीद हुए सिंहों के कातिलों को भी सरकार गिरफ़्तार नहीं कर सकी। स्र. मान ने कहा कि जाट महा सभा के प्रधान साहब को पूछा जाये कि जब कांग्रेस पार्टी कहती है कि वह जातीवाद में नहीं है तो फिर वह जाट महा सभा के प्रधान कैसे हो सकते हैं। उन्होने कहा कि पंजाब के किसानों के सिर हद से अधिक कर्ज़ होने के बावजूद यदि उन की सरकार आती है तो सब से पहले किसानों के करजा और लकीर मारी जायेगी। उन्होने कहा कि हरेक खालसा में जितनी भी पार्टियाँ ने डट कर साथ दिया,उनके साथ मिल कर एक मोर्चे से चोन लडी जाएंगी जिससे दिनों -दिन नशों में डूब रहे पंजाब की जवानी को बचाया जा सके । उन्होने कहा कि यदि लोग कांग्रेस, अकाली पर बीजेपी के इलावा आम आदमी पार्टी को वोट देंगे फिर वही होगा जो केंद्र सरकार चाहेगी क्योंकि यह पार्टियाँ केंद्र सरकार के ही अधीन हैं। सिमरनजीत सिंह मान ने केजरीवाल की टायटलर के साथ दोस्ती पर तीखा प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह लोग पंजाब के हित्त के लिए कुछ नहीं कर सकते, न तो यह पंजाब के पानियों का मसला हल कर सकते हैं पर न ही पंजाब की नुमायंदगी कर सकते हैं,क्योंकि पंजाब की नुमायंदगी वह कर सकता है जिस ने पंजाब का दुख बरदाश्त किया हो या महसूस किया हो यह तो सिर्फ़ अखबारी इश्तहारों तक ही सीमित हैं। उन्होने मोदी सरकार पर दोष लगाया कि वह भारत को हिन्दूवाद में तबदील करने की हर कोसिश कर रही है,जिस की मिसाल हरियाणा में गीता का लाज़िमी पड़ाए जाना है। इस मौके कार्यकारी ज़िला प्रधान सुरजीत सिंह अराइया भी उपस्थित थे।