मुंबई: बीते जमाने की अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का नाम एक ड्रग्स रैकेट के मामले में उजागर हुआ है। पिछले महीने ठाणे से 2000 करोड़ की ड्रग एफेड्रीन पकड़ी गई थी। ठाणे पुलिस को शक है कि ममता इंटरनेशनल ड्रग मार्केट का चेहरा हो सकती है। ममता का नाम तब सामने आया जब ड्रग स्मगलिंग के सरगना विक्की गोस्वामी के नाम का पता चला।
फिलहाल ये दंपत्ति केन्या में रहता है। इस ड्रग की बिक्री भारत में बैन है। इसी जांच में पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली जब उसने मंगलवार को ठाणे से पुनीत श्रृंगी को अरेस्ट किया. उसने बताया कि एक फर्म डायरेक्टर मनोज जैन भी विकी के साथ इस रैकेट में शामिल है, और उसने केन्या जाकर विकी से कई बार मुलाकात की थी।
ठाणे पुलिस के मुताबिक, भारत, पौलेंड और दूसरे यूरोपियन देशों की गैंग 20 टन एफीड्रन कन्साइंनमेंट को मुंबई से गुजरात के रास्ते ईस्टर्न यूरोप भेजने की प्लॉनिंग कर रही थी. इस मामले पुलिस को पुनीत श्रृंगी समेत तीन लोगों की तलाश थी, दरअसल पुलिस को ममता पर इसलिए शक है क्यों कि इस इंटरनेशनल रैकेट का सरगना विक्की है।
इंटरपोल अलर्ट के बाद विक्की केन्या से बाहर नहीं निकल सकता था. इसलिए क्लाइंट से मिलने के लिए वह ममता को दुबई, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका और यूएस भेजता रहता था. ममता महाराष्ट्र में ड्रग नेटवर्क के साथ बिजनेस डील भी करती थी. इसके अलावा विकी पैसो के लेनदेन के लिए ममता के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल भी करता था।
ये कपल हवाला के जरिए ड्रग डील का पैसा दूसरे देशों में भेजता था. विकी का ड्रग स्मगलिंग में लंबा इतिहास रहा है. 1997 में दुबई में उसे अरेस्ट किया गया था, जहां उसे 15 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद वो ममता के साथ केन्या चला गया. यूएस और ठाणे की पुलिस उसे ढूंढ रही है. केन्या में भी उसके खिलाफ कई केस चल रहे है।
बता दें कि एफेड्रीन की भारत में मांग इसलिए ज्यादा है, क्यों कि इससे अस्थमा और ब्रोनकाइटिस के इलाज में मदद मिलती है। डिमांड अधिक होने के कारण यह महंगा बिकता है और मुनाफा ज्यादा है।