दिल्ली : डेंगू पर चारों तरफ से घिरी सरकार ने प्याज अब और नई मुसीबत दे सकती हैं। क्योंकि दिल्ली सरकार पर 16 रुपए की खरीदी प्याज को 40 रुपए पर बेचने का आरोप लगा है। नैफेड के निदेशक अशोक ठाकुर का दावा है कि दिल्ली सरकार ने 17 मई 2015 से लेकर 17 जून 2015 तक एसएफएसी से 14 से 20 रूपए की कीमत पर 2637 मीट्रिक टन प्याज खरीदा। सरकार को यह 16 रुपए की औसत से प्याज मिला था। लेकिन सरकार ने कहा था कि उन्हें 33 रुपए यह प्याज 33 रुपए की कोस्ट से पड़ रहा है। जबकि यह प्याज उन्हें कुल मिलाकर 23 रुपए से ज्यादा का नहीं पड़ रहा था। अशोक ठाकुर ने एक सूचना के अधिकार का हवाला देते हुए कहा कि सरकार से मिली जानकारी के अनुसार कहा कि सरकार ने पहले यह प्याज 40 रुपए की कीमत से बेचा। और बाद में 10 रुपए की सब्सिडी देकर 30 रुपए कर दिया।
ठाकुर ने कहा कि सरकार ने व्यापारियों से साठगांठ करके प्याज की कीमत 40 रुपए की। ठाकुर ने कहा दिल्ली वासियों से हुए इस धोखे के लिए पूरी दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। क्योंकि दिल्ली सरकार की कैबीनेट ने 40 रुपए और 30 रुपए प्रतिकिलों की दर से प्याज बेचने का ऐलान किया था। उन्होने कहा कि सरकार ने इसमें प्रतिकिलों करीब 15 रुपए का घोटाला किया है। इसकी जांच होनी चाहिए कि सरकार ने 23 रुपए वाली प्याज को 40 और 30 रुपए प्रति किलो क्यों बेचा। इसके साथ ही दालों की कीमत को लेकर भी अशोक ठाकुर ने दिल्ली सरकार पर सवाल उठाए है। अशोक ठाकुर ने कहा कि जो चना नेफेड दिल्ल सरकार को 38 रुपए किलो मिल रहा था वह चना अब 80 रुपए किलो बिच रहा है। इसके लिए दिल्ली सरकार ही जिम्मेदार है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार के साथ हुई व्यापारियों की बैठक पर भी ठाकुर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नहीं दिल्ली के व्यापारी ही दिल्ली की सरकार को चला रहे हैं, जिसकी वजह से दिल्ली सरकार मंहगे दामों पर प्य़ाज बेच रही थी।