spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

स्वराज अभियान से जुड़कर किसान आंदोलन को देश में तेज करने का निर्णय

देहरादून :अजबपुर में संपन्न उत्तराखंड महिला मंच, इंडिया अगेंस्ट करप्शन फोरम देहरादून, एवं शिक्षा जन संघर्ष अभियान के कार्यकर्ताओं ने एक संयुंक्त बैठक करके स्वराज अभियान से जुड़कर देशव्यापी चलाया जा रहे जय किसान आंदोलन को देश में तेज करने का निर्णय लिया | इंडिया अगेंस्ट करप्शन के प्रखर आंदोलनकारी एवं आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला संयोजक संजय भट्ट द्वारा बताया गया कि तीनो संगठन ने अब मिलककर राज्य में स्वराज अभियान को मजबूत करने का निर्णय लिया है | उन्होंने बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को यह जानकारी भी दी कि राष्ट्रीय स्तर से राज्य में स्वराज अभियान को सुदृढ़ करने का दायित्व, उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन की प्रखर नेत्री कमला पंत को दिया गया है | उन्होंने यह भी बताया कि स्वराज अभियान की राज्य कमिटी की घोषणा , जय किसान आंदोलन 10 अगस्त को दिल्ली- प्रदर्शन के बाद , देहरादून में आयोजित होने वाले राज्य सम्मलेन में पहुंच कर राष्ट्रीय संयोजक एवं अभियान के अन्य राष्ट्रीय नेतृत्वकारियों की उपस्तिथि में की जाएगी | आज संपन्न तीनो संगठनो के पदाधिकारियों एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्होंने यह भी बताया कि इस बीच स्वराज अभियान को प्रदेश में सुदृढ़ आधार प्रदान करने के लिए उत्तराखंड प्रभारी कमला पंत के द्वारा कुमाऊं स्तर पर स्वराज अभियान की एक बैठक दिनांक 7/7/15 को अल्मोड़ा में पुनः एक बैठक दिनांक 18/7/15 को हल्द्वानी में आयोजित कर ली गई है | देहरादून में भी उनके द्वारा चकराता अवं कालसी ब्लॉक के अलावा सभी अन्य ब्लॉकों में बैठकें की जा चुकी हैं तथा जिले में एक तदर्थ सञ्चालन समिति भी गठित की गई है, जिसे विस्तार देने की प्रक्रिया चल रही है | श्रीमती कमला पंत ने बैठक में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि स्वराज अभियान किसानो व् किसानी के मुद्दे पर राज्य स्तरीय जनसंघर्ष तेज करेगा | उन्होंने बताया की इस समय हमारा प्रमुख लक्ष्य् किसान एवं किसानी के मुद्दे पर पूरे देश में किसानो की दुर्दशा पर जन जागरण करना है | पिछले 40 वर्षों में यहाँ किसी भी सामान का या सेवा की कीमत में 80 से 200 गुना तक इजाफा हुआ है| वहीँ किसानो के उत्पादन का मूल्य केवल 7 से 9 गुना तक ही बढ़ा है | इससे किसानी अलाभकारी होती गई है और गावों से पलायन पिछले दस -पंद्रह वर्षों में कई गुना बढ़ते ही जा रहा है | पांच – सात एकड़ का किसान आज एक सरकारी चपरासी की कमाई से भी कम , कमा पा रहा है | उसके बच्चों की शिक्षा एवं भविष्य बदहाल है , अंत: तीन मांगो पर “जय किसान आंदोलन ” को केंद्रित किया जा रहा हैं.1.मोदी सरकार किसान की जमींन हड़पने वाला भूमि अधिग्रहण बिल वापस ले 2.फसल का किसी भी तरह का नुक्सान होने पर हर खेत मालिक और बटाईदार को मुआवजा मिले , पूरा मिले , वक्त से मिले 3.खेती – किसानी से जुड़े हर परिवार को हर महीने कम से कम 15,000 रुपए आय की गारंटी का कानून बने . यह गारंटी जमींदार , काश्तकार , बटाईदार , खेत मजदूर , मछुआरे , ग्वाले , मुर्गपालक और कृषि के सहारे जिंदगी जीने वाले हर परिवार पर लागु हो . बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय लिया गया , स्वराज अभियान उत्तराखंड द्वारा देहरादून में दिनांक 29/7/15 को गांधी पार्क मे उक्त मांगो को ले कर एक धरना देगा तथा एक जिला स्तरीय सम्मेल्लन दिनांक 2/8/15 को आयोजित किया जायेगा . उसी दिन “जय किसान आंदोलन – “9 अगस्त दिल्ली चलो ” के आहवाहन के साथ एक रैली शहर में निकाली जाएगी बैठक में कमला पंत , संजय भट्ट , निर्मला बिष्ट , मनोज ध्यानी , माया मोहन लखेरा , आकाश भारतीय , गंभीर सिंह रावत , सुशील सैनी , अक़ील कमर, शुशीला अमोली , सुशीला उनियाल , पुष्कर सिंह असवाल , यशवीर आर्य , J .S बिष्ट B.B उपाध्याय , M.S रावत , कमांडर नरेंद्र चंदोला , बसंती रावत , कुमारी विमला , बिना सकलानी , सरला रावत , सुमित्रा रणकोटी , पंचमी रावत , सरोजिनी चमोली , किरण नैथानी , हेमलता नेगी , जननी रावत , राजेश्वरी नेगी , K L भट्ट , नरेंद्र सिंह असवाल , विमल उनियाल , सुधीर बडोला , संदीप रावत , राजीव राजपूत, पद्मा गुप्ता , हेमंत भंडारी , रामचन्द्र रतूड़ी, तुषार रावत आदि मौजूद रहे।

Related Articles

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles