चंडीगढ़। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में अनुयायियों को नपुंसक बनाए जाने के मामले में जांच कर रही सीबीआई को मामले की ढीली जांच पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने फटकार लगाई है। जस्टिस आरके जैन ने सीबीआई को तीन माह में फाइनल रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
जस्टिस आरके जैन ने कहा कि जांच पूरी करने में देरी क्यों की जा रही है? सीबीआई किसके दबाव में जांच पूरी नहीं कर रही? 30 मार्च तक जांच पूरी करने पर जांच अधिकारी के खिलाफ सीबीआई के निदेशक को पत्र लिख लापरवाही की जानकारी दी जाएगी। सीबीआई की तरफ से तीन माह का समय दिए जाने की मांग पर कोर्ट ने कहा कि बार बार समय क्यों मांगा जा रहा है। एक बार में जांच को पूरा क्यों नहीं किया जा रहा। जांच में देरी के क्या कारण हैं। जस्टिस के कण्णन ने सीबीआई को डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने कहा था कि जांच किसी भी तरह से प्रभावित हो इसके लिए हाईकोर्ट जांच की मॉनीटरिंग करेगा।
फतेहाबाद निवासी हंस राज चौहान ने याचिका दायर कर कहा कि डेरे में 400 से ज्यादा अनुयायियों को नपुंसक बना दिया गया। कोर्ट ने कहा कि संबंधित मामले में भी डेरा प्रमुख के बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। ऐसे में मामले की जांच को प्रभावित होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। हाईकोर्ट ने सीबीआई को छूट दी थी कि जांच के दौरान यदि उसके किसी अधिकारी पर कोई दबाव बनाने का प्रयास किया जाए तो ऐसे में वे सीधे तौर पर कोर्ट को इस बारे में सूचित कर सकते हैं।
हंसराज चौहान ने याचिका में कहा कि उनके और अन्य 400 साधुओं को ईश्वर से मिलाने के नाम पर नपुंसक बना दिया गया। हाईकोर्ट ने याची का मेडिकल चंडीगढ़ में करवाया था जिसमें उसको नपुंसक पाया गया था।