पंजाब सरकार की तरफ से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने और गाव स्तर पर बढ़िया शिक्षा देने के मकसद से कई स्कीमों चलाईं जा रही है
और ग्रांटें दे कर जरूरतमंद स्कूलों में नये इमारतों की उसारी करवाई जा रही है,परन्तु विभागीय आधिकारी की लापरवाही और मिलीभुगत कारण सरकार को करोड़ो रुपए का चूना लग रहा है और ठेकेदार घटिया मटीरियल इस्तेमाल कर कर जहा सरकार को चूना लगा रहे हैं वही इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चो की जिंदगी भी दाव पर लगा रहे हैं।
ताजा मामला है फरीदकोट जिले के गाँव साधा वाला का, जहाँ सरकारी सकूल की नयी इमारत बन रही है पर करीब ७੯ लाख रुपए की लागत आनी है और इस को मंडी बोर्ड की तरफ से बनवाया जा रहा है।यह बन रही इमारत पूरी होने से पहले ही विवादों में घिर गई है क्योंकि इस इमारत के लैंटर में कई जगह पर दरार आ गयी हैं और लैंटर में करीब २ -२ इंच की दूरी पड़ गई है, यही नहींइस इमारत की दीवारों में भी बड़ी बड़ी दरारे आ गयी हैं। इस मौके करते हुए गाँव के सरपंच हरजीत सिंह ने बताया कि गाँव के स्कूल की इमारत पुरानी होने के कारण ख़स्ता हो चुकी थी इस लिए गाँव वासिया की माँग पर
सरकार की तरफ से स्कूल की नयी इमारत बनाने के लिए करीब ७੯ लाख रुपए की ग्रांट जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि यह इमारत मंडी बोर्ड की तरफ से एक ठेकेदार से बनवाई जा रही है परन्तु यह इमारत पूरी होने से पहले ही जर्जर हो गई है इस का लैंटर कई जगह से बैठ गया है और कई जगहों पर लैंटर में दरार आ गयी है,दीवारों में भी बड़ी दरारे आ गयी हैं। इस मौके बातचीत करते मैंबर पंचायत रजिन्दर सिंह ने बताया कि हमारे पिंड
विच जो सरकारी स्कूल की इमारत बन रही है उस में बहुत घटिया मटीरियल वरत्याग्या है जिस कारण कई स्थानों से लैंटर फट गया है और छतूँ कभी भी डिग्ग
सकदिया हैं।उन्होंने बताया कि इस सम्बन्धित हम सुसत के डिप्टी कमिशनर को दोवार मिल कर चुके हैं परन्तु उन की तरफ से कोई भी ध्यान नहीं दिया गया उहनांकेहा कि इस बिलडिंग में उनके बच्चे स्कूल पढ़ने के लिए नहीं आऐंगे क्युकि किसे समय पर भी यहाँ बड़ा हादसा घट सकता है।उन्होंने सरकार से माँग की कीइस की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाये और गाँव वासिया को इन्साफ दिया जाये।
इस सभी मामलो बारे जब ज़िलो के डिप्टी कमिशनर मुहम्मद तअइब के साथ बात कीतीगयी तो उन्होंने कहा कि गाँव साधें वाला के सरकारी स्कूल की बन रही बिलडिंगविच यदि कोई कमी पाई गई है तो उस की जांच करवाई जायेगी और जांच रिपोटआउण के बाद जो भी बनती कारवयी अमल में लाई जायेगी।
बेसक्क ज़िला प्रशाशन की तरफ से कार्यवाही करन की बात कही जा रही है परन्तु सोचणवाली बात है कि बिलडिंग बन रही को करीब छह महीनो का समय हो गया क्या इन्नेसमें में कोई सरकारी अधिकारी यहाँ चल रहे काम काम का जायज़ा लेने नहींबहुड़्या, विभाग का कवालटी कंट्रोल विभाग भी गूंढ़ी नींद सोया रहा अतेजदों अब गाँव वासिया ने कोलाहल पाया तो प्रशाशन कार्यवाही की बात कर रहा हैइस से साफ़ जाहर होता है कि सरकारी अधिकारी सरकारी हुक्मों की पालना लईकिन्ने सा सचेत हैं अब देखना यह होगा पंजाब सरकार इस की तरफ क्या ध्यान दिन्दी है और दोषी व्यक्तियों ख़िलाफ़ क्या कार्यवाही करती है।