चण्डीगढ़, 12 अप्रैल – हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि समाज सरकार और कानून से बलवान होता है और समाज ही सरकार को बनाता है, इसलिए यदि समाज की समझ बढ जाती है तो देश में व्याप्त विभिन्न कुरितियों को दूर किया जा सकता है। इसलिए आज महिलाओं के प्रति जैसे अपराध और नशाखोरी को दूर करने के लिए समाज में अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अभियान के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रशंसक तैयार किए जाने चाहिए ताकि लोगों को इसके प्रति आकर्षण और प्रेम बढ सकें।
यह बात आज उन्होंने पंचकूला में फोरम फोर अवेयरनेस ऑफ नैशनल सिक्योरिटी द्वारा आयोजित एक दिवसीय सैमिनार के दौरान उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि नशा जहर से ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि नशे की लत से न केवल स्वास्थ्य खराब होता अपितु हमारा चरित्र भी खत्म हो जाता है।
फोरम फोर अवेयरनेस ऑफ नैशनल सिकोयरिटी द्वारा आयोजित एक दिवसीय सैमिनार का उद्देश्य समाज में पनपती नशे की बुराई व महिलाओं के प्रति होते अत्याचार के प्रति समाज को जागरूक करना है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि नशे की तस्करी से जो भी कमाई होती है, वे आंतकवाद और हिसां जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देने के काम आता है, जो कि पूरे विश्व में चिंतन का विषय है। उन्होंने कहा कि एक सर्वेक्षण के अनुसार 15 से 20 वर्ष पूर्व तक 300 लोगों में से एक व्यक्ति को नशे का आदी होता था, लेकिन आज 20 व्यक्तियों में से एक व्यक्ति नशामुक्त है। वहीं महानगरों व शहरों में यह स्थिति ओर भी भयावह है यहां 10 में से 6 पुरूष व 4 महिलाएं नशे में सरोबार पाये जा रहे है। इस स्थिति से बचने का एक ही तरीका है ओर वो है समाज को जागरूक करना। सरकार व कानून से अधिक भागीदारी समाज की है। इस फोरम के जिम्मे यह अधिक जिम्मेवारी है कि वे अधिक से अधिक अपने फोरम के फैन्स बनाए ताकि यह जन आंदोलन के रूप ले सके। नशा के पनपने का मूल कारण मनुष्य की बढ़ती इच्छाएं है, इच्छाएं अच्छी होती हैं लेकिन उन्हें अपने चरित्र व स्वास्थ्य पर हावी नहीं होने देना चाहिए।
इस अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री किरण रिजीजू जो कि विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित थे, ने कहा कि देश को नशा बीमार बनाता है। नशा आज हमारे देश के समक्ष एक चुनौती है। इससे बचने के लिए एक ऐसी मुहिम चलानी होगी जो राजनीति से ऊपर उठ कर हो जिसमें सभी सामाजिक संगठनों व आम जन अपना सहयोग करें ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश में 90 प्रतिशत तस्करी नशे की होती है ओर इसका मूल उद्देश्य देश की युवा पीढ़ी जो कि 65 प्रतिशत है को बर्बाद कर देश की नींव को कमजोर करना है। लेकिन शिक्षित युवा देश को बचाने के लिए इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाएं। नशे व महिलाओं पर अत्याचार दोनों आपस में जुड़े हुए मुद्दे हैं इसलिए इन्हें जड़ से उखाड़ने के लिए एक जंग इनके खिलाफ छेड़नी होगी।
फोरम के चीफ पैटर्न इन्द्रेश कुमार ने कहा कि फोरम का मुख्य उद्देश्य देश के समक्ष आ रही चुनौतियों से लड़ने के लिए सेवानिवृत हो चुके आई0ए0एस, आई0पी0एस व रक्षा क्षेत्र के अधिकारियों की सेवाओं को लेना है। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों यहां जंगे आजादी के लिए शहीदों ने अपनी कुर्बानियां दी, उन स्थानों को देश भक्तों को समर्पित पर्यटन के रूप में विकसित किया जाए। वहीं मांग की कि 30 दिसंबर 1943 के महान् दिन, जिस दिन स्वतंत्र भारत का उद्घोष हुआ था को आजादी दिवस के रूप में मनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी से पूर्व 23 सितंबर 1918 को ईजराइल की आजादी के लिए 800 भारतीय सैनिकों ने शहीदी प्राप्त की थी, इसलिए इस दिन को भारतीय गौरव के रूप में मनाया जाना चाहिए। वहीं तीन मूर्ति मार्ग का नाम ईसाराइल मुक्ति के रूप में मनाया जाना चाहिए। वहीं अंडेमान निकोबार द्वीप समूह का नाम बदल कर शहीद स्वराज द्वीप समूह का नाम देकर शहीदों को नमन करना चाहिए। वहीं नशे के विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2012-13 में देश में लगभग 400 करोड़ नशे का कारोबार हुआ है ओर इससे प्राप्त लाभ का फायदा अलगाववादियों को जाता है।
इससे पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू ने फोरम की ओर शहीदों की स्मृति में कैलेंडर का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर फोरम के प्रधान एयर मार्शल डॉ आर0सी0 वाजपेयी , फोरम के उपाध्यक्ष फारूख खान , फोरम के महासचिव जसबीर सिंह, उपाध्यक्ष चीफ जस्टिस प्रमोद कोहली , पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री लक्ष्मीकांता चावला, पूर्व डीजीपी पंजाब सरदार कंवर पाल सिंह गिल ने अपने विचार रखे। इसके अतिरिक्त देश भर से कई गणमान्य व्यक्तियों सहित अंबाला सांसद रतन लाल कटारिया, पंचकलू के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता, कालका की विधायक श्रीमती लतिका शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष विशाल सेठ सहित फोरम के प्रतिनिधि व प्रशासिनक अधिकारी भी उपस्थित थे।