spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

शिक्षा गरीबी से लड़ाई का सबसे बड़ा औजार : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षा को गरीबी से लड़ाई का सबसे बड़ा औजार बताते हुए ई-रिक्शा एवं रिक्शा चालको सहित समाज के अन्तिम पायदान तक के लोगो से अपने बच्चो को शिक्षा अवश्य दिये जाने का आग्रह किया। उन्होने जोर देते हुए कहॉ कि शिक्षा के माध्यम से गरीबी धीरे-धीरे समूल नष्ट हो जायेगा। उन्होने काशीवासियों द्वारा विगत् रक्षा बंधन पर्व को सुरक्षा बंधन के रूप में मनाये जाने का लिये गये निर्णय के रूप में यहॉ की माताओं एवं बहनों द्वारा उन्हे बेइन्तहा प्यार स्वरूप भेजे गये राखी का जिक्र करते हुए, इसके लिये सभी माताओ एवं बहनों को बधाई देते हुए आभार व्यक्त किया। उन्होने चुनावो के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा गरीबो के कल्याण हेतु तमाम किये जाने वाले वायदे की चुटकी लेते हुए कहॉ कि सुबह-शाम गरीबो का माला जपने की परम्परा से वास्तव में अब बाहर आने की जरूरत है। क्योंकि पिछली सरकारो द्वारा इस दिशा में जितने भी प्रयोग किये गये और उसके सापेंक्ष जितना परिणाम आना चाहिये था, वह नही आया। उन्होने कहॉ कि इसके लिये किसी सरकार एवं राजनीतिक दल को दोष नही देना चाहता। किन्तु गरीबो के कल्याण के लिये मुलभूत बातो पर फोकस करने की जरूरत बतायी। उन्होने लोगो से वायदा किया कि जो कार्य 50 वर्षो में नही हुआ, उसे वे 50 महिने में पूरा करेगें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को 9 महिने बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी भ्रमण के दौरान कैन्टोमेंट के मल्टीपरपज ग्राउण्ड पर वित्तीय समावेंश के अन्तर्गत अमेरिकन इंडिया फाउण्डेशन एवं भारतीय माइक्रो क्रेडिट द्वारा आयोजित ‘‘सच हुआ सपना रिक्शा हुआ अपना’’ कार्यक्रम में उपस्थित लाभार्थियों एवं उनके परिजनों सहित जनसैलाब को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहॉ कि यह कार्यक्रम सिर्फ कुछ गरीब परिवारो का ही जीवन नही बदलेगा, बल्कि इससे काशी का भाग्य भी बदलेगा। उन्होने गरीबी के उन्मूलन का मंत्र बताते हुए कहॉ कि गरीब के जीवन में यदि हम थोड़ा सा आवश्यक बदलाव करके समय के आधारित टेक्नालॉजी का प्रवेश करे, तो गरीब से गरीब व्यक्ति पहले परिश्रम करके जितना पैसा कमाता था, उससे भी कम परिश्रम करके उससे अधिक पैसा कमा सकता है। भारत सरकार इन चीजों को बड़ी संख्या में प्रमोंट कर रहा है। गरीब व्यक्ति सचमुच में मेहनत करने को तैयार है और गरीबी से वह बाहर निकलना चाहता है। उन्होने जोर देते हुए कहॉ कि कोई भी गरीब व्यक्ति अपने बच्चो को विरासत में गरीबी की जिन्दगी नही देना चाहता। गरीब मेहनत करता है, यदि उसे हुनर सिखा दिया जाय, तो वह दोगुना पैसा कमाने लगता है। इसीलिए स्किल डेवलपमेंट (कौशल विकास) का स्कीम भारत सरकार बड़े पैमाने पर चला रही है। क्योंकि यह देश की अर्थनीति को भी बल देता है। उन्होने वाराणसी के पर्यटन का जिक्र करते हुए कहॉ कि ई-रिक्शा एवं रिक्शा के माध्यम से यहॉ आने वाला पर्यटक काशी दर्शन सुगमता से कर सकेगा। उन्होने कहॉ कि बाहर से आने वाले पर्यटको से पहली मुलाकात काशी में यहॉ के रिक्शा चालको से होता है और उनके व्यवहार से यहॉ की संस्कृति का सन्देश पर्यटको तक पहूॅचता है। इसी कारण इस योजना के तहत लाभार्थियों को प्रशिक्षित भी किया गया है। उन्होने कहॉ कि निश्चित रूप से ‘‘सच हुआ सपना रिक्शा हुआ अपना’’ कार्यक्रम के माध्यम से जिनकी खूद की कभी ई-रिक्शा एवं रिक्शा नही था, वे आज से स्वयं रिक्शा मालिक हो गये। ऐसे गरीब लोगो को ऊॅचे व्याज दरो पर ऋण लेकर परेशान भी नही होना पड़ेगा। बैको द्वारा कम व्याज दर पर ऋण की सुविधा मुहैया कराकर उन्हे ई-रिक्शा एवं रिक्शा मुहैया कराया गया है। एक-दो वर्षो में वह लाभार्थी स्वयं मालिक बन जायेगें। प्रधानमंत्री ने जन धन योजना की चर्चा करते हुए बताया की 18 करोड़ से अधिक गरीबो के बैक खाते खोले गये है। उन्होने कहॉ कि लोग हमसे हिसाब मांगते है और सवाल पूछते है कि इस योजना के तहत गरीबो के खोले गये 18 करोड़ बैक खाते कैसे संचालित होगे। उन्होने इसका जबाब देते हुए गरीबो की अमीरी का जिक्र करते हुए बताया कि इन बैक खातो में गरीबो ने 30 हजार करोड़ से अधिक धनराशि बैको में जमा की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कार्यक्रम स्थल पर पहूॅचने पर काशी की परम्परा के भॉति ‘‘हर-हर महादेव’’ के गगनभेदी नारो से लोगो ने उनका भव्य स्वागत किया। तत्पश्चात् उन्होने ई-रिक्शा एवं रिक्शा के लाभार्थियो एवं उनके मौजूद परिजनो से वार्ता कर उनका कुशलक्षेंम पूछा तथा ई-रिक्शा एवं रिक्शा मालिक बनने पर उन्हे बधाई दी। उन्होने नूरजहॉ एवं सोनी को रूपेकार्ड, राधा एवं सीमा को रिक्शा सेफ पैकेज तथा रियाजूल हक व शहनवाज को स्किल डेवलपमेंट के परिपेंक्ष्य में कौशल विकास प्रमाण उपलब्ध कराया। इस दौरान 1,12,11,000/- धनराशि के 101 ई-रिक्शा तथा 75,15000/- धनराशि के 501 पैडल रिक्शा लाभार्थियो को उपलब्ध कराया गया।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लालबहादुर शास्त्री अर्न्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहूॅचने पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कारागार मंत्री उ0प्र0 बलराम यादव, कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण व आईजी अमरेन्द्र कुमार सेगर आदि ने पूष्पगुच्छ प्रदान कर भव्य स्वागत किया।

Related Articles

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles