राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर देशभर के शिक्षकों को शुभकामनाएं दी हैं।अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ‘’शिक्षक दिवस एक विशेष अवसर है, जब हम सबसे महानतम व्यवसायों में से एक में संलग्न अपने शिक्षकों का सम्मान करते हैं और जिनका धर्म ज्ञान बांटना है।
शिक्षक, छात्रों के भाग्य को आकार देते हैं और हमारी भावी पीढि़यों को ज्ञान और शिक्षा प्रदान करते हैं। हमारी गुरू शिष्य परंपरा गुरूओं से छात्रों को गहन ज्ञान प्रदान करने और उनमें अनुशासन, समर्पण और हमारी मातृभूमि की सेवा के लिए प्रतिबद्धता की भावना संजोने का आह्वान करती है।एक प्रेरित शिक्षक, नीतिवान, मिशन से प्रेरित, स्व-प्रेरित और परिणामोन्मुखी होता है। वह छात्रों के व्यक्तिगत लक्ष्यों को राष्ट्रीय लक्ष्यों से जोड़ता है और उन्हें पूर्ण संभावनाओं के साथ प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।
व्यवसाय के रूप में शिक्षण को समाज में आवश्यक रूप से सम्मान एवं पहचान मिलनी चाहिए। शिक्षकों को अवश्य यह महसूस करना चाहिए कि छात्रों के प्रति उनका योगदान और समर्पण सराहनीय है। हमें ऐसा वातावरण तैयार करना चाहिए जो शिक्षकों में रचनात्मकता को प्रोत्साहन दे और योग्य की पहचान करे।इस अवसर पर, मैं अपने देश के कोने-कोने में मौजूद समस्त शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करता हूं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं तथा उनके नेक प्रयासों में सफलता प्राप्ति की कामना करता हूं।