मध्य प्रदेश दतिया (शाहिद )। दतिया जिले के सेवढ़ा अनुविभाग में स्थित प्रसिद्ध कभी डकैतो के लिये पनाहगार रही रतनगढ़ माता मन्दिर पर देश का सबसे वजनी घण्टा (18 कुण्टल) शुक्रवार को पहुच जायेगा। रतनगढ़ वाली माता मन्दिर पर यह अद्भुत घण्टा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान चढ़ायेगें। इसके लिये जिला प्रशासन ने सीएम का कार्यक्रम तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंदिर पर स्थापित होने के बाद यह घण्टा सैलानियों को आकर्षित कर पर्यटन को बढ़ावा देगा।
मन्दिर के घंटो की नीलामी रोककर बनवाया घण्टा – रतनगढ़ माता मन्दिर पर श्रृद्धालु मिन्नत पूर्ण होने पर चढ़ते है। पूर्व में ज्यादा संख्या में घण्टों की नीलामी कर प्राप्त राशि का उपयोग मंदिर की व्यवस्थाओं में किया जाता है। रतनगढ़ माता सेवा समिति के पदेन अध्यक्ष व कलेक्टर प्रकाश जांगरे ने मन्दिर पर चढ़ाये जाने वाले घण्टों को मिलाकर वृहद स्वरूप घण्टे को बनवाने का निर्णय लिया जो रतनगढ़ मंदिर पर स्थापित होने के बाद देश का सबसे वजनी घंटे के रूप में जाना जायेगा।
ग्वालियर के मूर्तिकार प्रभात राय ने तैयार किया घण्टा – रतनगढ़ मंदिर पर लगने वाले सबसे वजनी घण्टे को ग्वालियर के मूर्तिकार प्रभात राय ने तैयार किया है।
घण्टे की यह रहेगी विशेषताये-
घण्टे की ऊँचाई 6 फीट 3 इंच नीच की गोलाई 13 फीट 5 इंच। वहीं सबसे ऊपर की बैलेंस वाॅल, घण्टा टांगने के हुक की ऊँचाई 1 फीट 8 इंच जिसमें एक त्रिशूल व दूसरी और बैल के सींग है। घण्टे में 18 स्वास्तिक व 18 ओम चिन्ह अंकित है। घण्टे के में ऊपर से नीचे तक 9 रिंग लगाये गये है। वहीं घण्टे का वजन 1800 कि.गा्र. है। यह देश का सबसे बड़ा पीतल का घण्टा है।