मुंबई (विशेष संवाददाता)राज्य में स्कूली छात्रों में वितरित हो रहे मिड- डे-मिल में उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।भिवंडी के नारपोली पुलिस द्वारा की गई कार्यवाई में करीब डेढ़ करोड़ का राशनिंग का माल पकडे जाने के साथ साथ मिड डे मिल की गाडी पकडे जाने के बाद बुद्धजीवियों प्रबुद्ध नागरिकों समाज सेवको के अलावा दक्ष नागरिकों ने इसके खिलाफ अपना आंदोलन छेड़ दिया है।ट्रॉम्बे के प्रमुख समाज सेवक,दक्षनागरिक व हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र ‘मुंबई प्लस’ के मुद्रक, प्रकाशक एवं मालिक फारुख मेवाती ने एक लिखित शिकायत देकर इसकी कड़ाई से जांच की मांग की है।
गौरतलब है की गत दिनों कंट्रोलर कार्यालय के उप नियंत्रक श्री खिल्लारी ने छापामारी कर ठाणे जिले के भिवंडी के एक मिल से एक करोड़ ५० लाख रूपये का सरकारी राशन पकड़ा था।जिसमे मिड-डे-मिल का अनाज भी पाया गया था।इसमें गाडी क्रमांक एम.एच.४३-वाय १०१५ को अपने कब्जे में लिया था।यह गाडी राशनिंग अधिकारियो ने ठाणे के डीएसओ मोहन नादलकर को हैण्ड ओवर किया था।उस गाडी पर बिना कोई कार्यवाई किए ही यहाँ के भ्रष्ट अधिकारियों छोड़ने का काम किया है। शहा ग्रेन,बीएसपी,मारुती सेन्ट्रल क्रियेटिव को आप सोसायटी लिमिटेड और शक्ति वाले को आनंद चोपदार नामक ट्रांसपोर्टर अनाज सप्लाई करता है।दिलीप ठक्कर उपरोक्त लोगों का माल सस्ते में लेकर खुद उसे बेचने का काम करता है।जयनंद फ़ूड इंडस्ट्रीज के मालिक लक्षमण उर्फ़ लखन पटेल से मिलीभगत कर उपरोक्त लोग सरकारी अनाज की काला बाजारी करते हैं।पकड़ी गई मिड-डे-मिल की गाडी भी छोड़ने का काम भ्रष्ट अधिकारियों ने किया है।सूत्र बताते हैं इसमें उच्च स्तर पर लेन देन हुई है।जिसकी उच्च स्तर पर जांच की मांग श्री मेवाती ने की है।मेवाती ने बताया की अन्न नागरिक पुरवठा मंत्री,शिक्षण मंत्री,जिला अधिकारी, महापौर,शिक्षण विभाग अधिकारी के अलावा पुलिस आयुक्त को लिखित पत्र देकर इस मामले की उच्च स्तर पर जांच के साथ इस काला बाजारी के रैकेट के सभी दोषियों पर कार्यवाई की मांग की गई है।मेवाती ने यह भी कहा है की गरीबो और स्कूली छात्रो के मुँह का खाना छीन कर अपना पेट भरने वाले उपरोक्त काला बाजारियों पर कार्यवाई के लिए अगले दिनों एक ज्ञापन वह राज्यपाल को देकर अपनी मांग पर और जोर देंगे।