कुरुक्षेत्र के निकट से गुजरती मारकण्डा नदी के पिछले तीन चार दिनों से बढ़ते पानी के स्तर ने किसानों और नदी के साथ रहने वाले लोगों की नींद उड़ाई, नदी में पानी का स्तर चरम सीमा पर पहुँचा, अगर अधिक पानी का स्तर बढ़ा तो सकता है भारी नुकसान
पहाड़ों पर बरसात तथा काला आम्ब से मारकण्डा नदी में छोड़े जाने से कुरुक्षेत्र के पास गुजरने वाली मारकण्डा नदी में पिछले तीन चार दिनों से पानी स्तर काफी बढ़ चूका है, नदी के पानी के किनारो से भी बाहर के निचले क्षेत्रों और खेतों में घुस चूका है जिससे किसानों और नदी के साथ रहने वाले लोगों की नींद उड़ चुकी है, जो पानी का स्तर साढ़े छ: हजार क्यूसिक था वह अब दस हजार क्यूसिक से भी अधिक हो चूका है कई जगह तो पुल से भी गुजर चूका है,कुरुक्षेत्र के झाँसा, मेघा माजरा, दुनिया माजरा, शाहबाद इत्यादि क्षेत्रों के लोगों को चिन्ता है कि अPPAभी तो निचले इलाकों में पानी घुसने से खेतों में खड़े पानी से नुकसान पहुंच रहा है,अगर इसी तरह मारकण्डा नदी का जल स्तर बढ़ता रहा हो भारी नुकसान की सामना हो सकता है,प्रशासन बचाव की ओर ध्यान नही दे रहा है