फरीदकोट (शरणजीत ) भारतीय कम्यूनसिट पार्टी और नरेगा रोज़गार प्राप्त मज़दूर यूनियन की तरफ से नरेगा को पारदर्शी ढंग के साथ लागू करने ,रद्द किये नीले कारडो को तुरंत बहाल करवाने के लिए और विधवा /बुडापा पैंशन 3000 रुपए प्रति महिना करवाने के लिए ज़िला कंप्लेक्स के सामने 24 -24 घंटो की भूख हड़ताल शुरू की गई।आज पहले दिन 11 मर्द और औरतों का जत्था साथी सुरजीत सिंह ढुड्डी सूबा प्रधान नरेगा रोज़गार प्राप्त मज़दूर यूनियन और रेशम सिंह मत्ता,ब्लाक प्रधान कोटकपूरा का नेतृत्व में बैठा इस समय भूख हड़ताली साथियों और इकठ्ठा हुए सैंकड़े मज़दूरों को संबोधन करते भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के ज़िला सचिव कामरेड पवनप्रीत सिंह ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद कम्युनिस्ट पार्टी की तरफ से बनवाऐ गए नरेगा कानून को पंजाब और केंद्र सरकार ख़त्म करने के रास्ते चलीं हुई हैं।गाँवों में काम नहीं का बहाना बना कर काम से जवाब दिया जा रहा है जब कि सड़को किनारे भांग और कांग्रेसी घास और छप्पड़ों का विस्तार करने जैसे अनेको काम हैं।कामरेड गोरा सिंह पिपली ने कहा कि जो नीले कार्ड रद्द किये गए हैं उन को तुरंत बहाल किया जाये जब तक माँगो को नहीं माना जाता संघर्ष जारी रहेगा।इस मौके सुरजीत सिंह ढुड्डी,रेशम सिंह मत्ता,जसबीर सिंह,अंग्रेज सिंह,सुरजन सिंह,भोला सिंह,देव सिंह,अमरजीत कौर,जीतो कौर,निर्मल सिंह,जस्स कौर,परमजीत कौर भूख हड़ताल पर बैठे थे।