फरीदकोट (शरण ) नगर कौंसिल के प्रधान का चुनाव न होने के कारण नही हो रहा कोई भी काम,प्रधान के चुनाव दौरान पुलिस को करना पड़ा था लाठीचारज़ हर बार किसी भी मंत्री के आगमन पर सड़कों का कर दिया जाता है कच्ची लाल ईंटों की चादर के साथ मेकअप्प। हमारे देश की रूप -रेखा कही जाने वाली सड़कें, जो कि हमें एक दूसरे के साथ जोड़तीं हैं यदि इन सड़कों की साम्भ -संभाल ना हो तो सीधे तौर पर हमारे सभी के जीवन पर ही प्रभाव पड़ता है। बाबा फ़रीद जी की चरण स्पर्श प्राप्त धरती फरीदकोट, जहाँ बाबा फ़रीद जी ने अपने पवित्र चरण टिकाऐ थे। आज इस पवित्र ऐतिहासिक शहर की शान -अो -शौकत को टूटीं षड्को के कारण शर्मिंदा होना पड़ रहा है।नगर कौंसिल का मतदान हुए काफ़ी समय गुज़र चूका है परन्तु अब तक प्रधान की नियुक्ति नहीं हुई है जिस कारण फरीदकोट शहर की कोई भी सड़क ऐसी नहीं है जहाँ कोई भी गड्ढा न मिले। यहाँ की सड़को को हर बार किसी भी ख़ास मोके पर कच्ची लाल ईंटों के टुकड़ों के साथ मेकअप कर दिया जाता है परन्तु हैरानीजनक बात यह है कि फरीदकोट के एम एल ए दीप मल्होत्रा के घर की तरफ जाती सड़क भी सिर्फ़ उनके घर तक ही बनी हुई है। हालाकि एल एल ए दीप मल्होत्रा, डिप्टी कमिशनर मुहमन्द ताअइब,आम आदमी पार्टी के एम पी प्रो. साधु सिंह इन सड़कों से रोजाना ही गुज़रते हैं परन्तु शायद उन की महँगी गाडिओं में उन को इन गड्ढों का एहसास ही नहीं होता होगा ।
इस मौके फरीदकोट के निवसिओ का कहना है कि फरीदकोट की सड़कों का हाल बहुत ही बुरा है जिस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है सड़कों में बड़े बड़े गड्ढे हैं जिस करके हादसे होते रहते हैं और फरीदकोट के एम एल ए के घर के सामने तो सड़क बन जानती है परन्तु बाकी कोई भी शड़क नहीं बनती बार बार वह एम सी को कहते हैं परन्तु वह कह देते हैं कि प्रधान नहीं चुना गया ।इसके साथ ही फरीदकोट के एक मौजूदा एम सी ने कहा कि मतदान हुए 11 महीने बीत चुके हैं परन्तु उसके बाद अब तक प्रधान की चोन नहीं हुई और ना ही होने की संभावनें है।
इसके साथ ही जब फरीदकोट के कार्य साधक अफ़सर-रच्छपाल सिंह के साथ बात की गई तो उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि दो बार मीटिंग हुई थी परन्तु प्रधान नहीं चुना जा सका, परन्तु कोंसलरें को शपत उठवा दी गई है और जल्द ही प्रधान का चयन भी कर लिया जाएगा इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को 8 करोड़ का अस्टीमेट बना कर भेजा गया है।
बरहाल फरीदकोट के लोग आज इन सड़कों की ख़राब हुई हालत के चलते अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं क्योंकि जितने उत्साह के साथ उन्होंने मतदान किया था उनको बुरा समय भुगतना पड़ रहा है फरीदकोट शहर की कोई भी सड़क ऐसी नहीं है जिस पर कोई गड्ढा न हो, लोगों की इस समस्या के बारे कोई भी अधिकारी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा। फरीदकोट के एम एल ए दीप मल्होत्रा के घर वाली सड़क सिर्फ़ उन के घर तक ही हर बार नयी बनती है परन्तु और आम लोग इस समस्या को झेल रहे हैं। ई यो साहब ने भी 8 करोड़ का अस्टिमेट बना कर भेजा है परन्तु यदि वो पास नहीं होता तो क्या यह समस्या ऐसे ही बरकरार रहेगी या कोई ओर अधिकारी इस की तरफ ध्यान देगा।यह देखने वाली बात होगी।