बुरी मुस्तफा के बाद अब फरीदकोट सुसत के गाँव रोड़ी गुर्दा में कैंसर का कहर पिछले करीब ५ महीनों में कैंसर ने ली २० जानें,अभी भी दो दर्जन के करीब कैंसर पीडितों का चल रहा इलाज पिंड निवासी में मौत का ख़ौफ़, सेहत विभाग बे आस -ख़बर, पंजाब सरकार की तरफ से दी जाती सहायता राशि हस्पताल की बिजाए सीधे मरीज़ को दी जाये -पीडित
मालवा क्षेत्र में दिन दिन कैंसर दे मरीज़ बढ़ रहे हैं और आए दिन कई लोग इस नामुराद बीमारी कारण मौत के मुँह में जा रहा है हैं पंजाब सरकार की तरफ से भी इस बीमारी के साथ पूर करने के लिए कई उपराले किये गए हैं परन्तु फिर भी यह बीमारी दिन दिन बढ़ती जा रही है और मालवा क्षेत्र के कई गाँवों को तो इस बीमारी ने पूरी तरह अपनी जकड़ में ले लिया है,
कुछ समय पहले मोगा सुसत के गाँव बुरी मुशतफा में इस बीमारी दे कहर कारण कई घरों के चिराग़ बुझे थे और अब इस बीमारी ने फरीदकोट सुसत के गाँव रोड़ी गुर्दा को अपनी जकड़ में लय लया है इस गाँव में भी आए दिन मौतें हो रही हैं और पिछले करीब ५ महीनों में यहाँ २० से ज़्यादा लोग कैंसर कारण मौत के मुँह में जा चुके हैं, यही नहीं कई परिवार में दिया कैंसर कारण परिवार दीया दो दो औरतें की मौत हो उठाई है और घर में रोटी पकाने वाला भी कोयी नहीं रहा गाँव में दो दर्जन से ज़्यादा कैंसर के मरीज़ जो सनाखत हो उठाई हैं पड़े हैं और उन का इलाज चल्ल् रहा है। गाँव में इस बीमारी कारण सहम बना हुआ है।
साडी टीम की तरफ से जब इस गाँव का दौरा किया गया तो लोगों ने बताया कि उनके गाँव में कैंसर की भयानक बीमारी का कहर है और गाँव के २० से ज्याद लोग इस नामुराद बीमारी कारण मर चुके हैं और करीब इतने ही ओर इस बीमारी से पीडित हैं जिन का इलाज चल रहा है।गाँव वल्या ने बताया कि कुछ कु महीने पहला गाँव में लगातार कई मौतें कैंसर के साथ अधिक उपज थीं उस समय सेहत विभाग की एक टीम गाँव में आई थी परन्तु टीम की तरफ से नाम तो गाँव के किसी व्यक्ति का कोई चैकअप किया गया और नाम ही कोई ओर जानकारी दी गई।गाँव वासिया सरकार से माँग की कि उनके गाँव में दिन दिन बढ़ रहे कैंसर के कहर को रोकनो के लिए उचित प्रबंध किये जाएँ और पीडित लोगों की सहायता की जाये और बढ़िया और पके इलाज का प्रबंध किया जाये। गाँव वासिया ने सरकार से माँग की कि गाँव की जो डिस्पेंसरी है उस में जांच मसीनें भेज कि सभी गाँव के लोगों की मैडीकल जांच करवाई जाये और अच्छे डाक्टर गाँव में भेजे जाएँ। गाँव वासिया ने कहा कि गाँव में जो डिस्पेंसरी है उस में इलाज के योग्य प्रबन्द नहीं हैं।
इस मौके बातचीत करते हे गाँव के पंच हरभजन सिंह ने कहा कि उनके गाँव में कैंसर का बहुत कहर है और गाँव में कई लोग इस भयानक बीमारी का शिकार हो कर मौत के मुँह में जा चुके हैं और बड़ी संख्या इस बीमारी के साथ जूझ रहे हैं। उहना सरकार से माँग की कि उनके गाँव वल ध्यान दिया जाये और पीडित लोगों की मदद की जाये। इस मौके उहना सरकार से माँग की कि जो कैंसर सहायता राशि पंजाब सरकार की तरफ से कैंसर पीडितों के इलाज के लिए दी जाती है वह पीडित को सीधे तौर पर मिलनी चाहिए नाम कि हस्पताल को उन्होंने कहा कि सीधे हस्पताल को सहायता राशि देने कारण मरीज़ों को इस स्कीम का पूरा लाभ नहीं मिलता और कई बार पैसे आने से पहले ही मरीज़ पूरा हो जाता है और परिवार की तरफ से ख़र्च किये पैसे मरीज़ की मौत के बाद नहीं मिलते।
इस मौके बातचीत करते हुए पीडित परिवारों ने बताया कि इस नामुराद बीमारी कारण उनके घर तबाह हो गए हैं सारी संचित पूँजी ख़र्च होने साथ साथ वह ऋणी भी हो गए हैं परन्तु सरकार की तरफ से दी जाती सहायता भी उन को अभी नहीं मिली।एक बुज़ुर्ग ने बताया कि उस की बहु और धर्म पत्नी दोनों की कैंसर के साथ मौत हो गई है और अब उनके परिवार में रोटी पकाने वाला भी कोई नहीं बचा। एक ओर बुज़ुर्ग ने बताया कि उस की पत्नी को कैंसर था और उस ने उस का बहुत इलाज करवाया घर से भूसा बनाने वाली मशीन भी बेच दी परन्तु वह नहीं बची और वह ऋणी हो गया,सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता भी नहीं मिली और अब उस का बुरा हाल है।
जद इस सभी मामलो बारे सुसत के सिवल सर्जन डा.गुरपाल सिंह के साथ बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मैं तो अभी एक महिनें पहले ही यहाँ आया हैं मुझे गाँव रोड़ी गुर्दा में कैंसर की बीमारी बारे कुछ पता नहीं हा फिर भी हम चैक करवांवांगे।ज़िक्रयोग्य है कि पंजाब सरकार की तरफ से एक तरफ़ तो करोड़ों रुपए ख़र्च कर कर लोका नंै बढ़िया सेहत सेवाएँ देने के दावे किये जा रहे हैं परन्तु दूसरे तरफ़ सेहत विभाग के उच्च आधिकारी को अपने अधिकार क्षेत्र में यही नहीं पता कि वहां भयानक बीमारियाँ पैर पसार रही हैं और लोग मर रहे हैं।
चाहे सिवल सर्जन फरीदकोट डा. गुरपाल सिंह ने अपनी नयी पोस्टिंग होने का बहाना लगा कर अपने विभाग की कमज़ोरी छिपाने की कोशिश की है परन्तु असली तत्व लोगों के सामने हैं अब देखना यह होगा कि सेहत विभाग पंजाब और पंजाब सरकार इस गाँव के लोगों को क्या राहत देती है और गाँव में फैल रही इस भयानक और नामुराद बीमारी को रोकनो के लिए क्या कदम उठाती है, पिछले करीब ५ महीनों में कैंसर कारण मरने वालों में से कुछ कु के नाम:
रणजीत कौर पत्नी समसेर सिंह,अमनदीप कौर पुत्री जीत सिंह,जसविन्दर कौर पत्नी बलविन्दर सिंह, सुखदेव सिंह पुत्र बिकर सिंह,रानी कौर पुत्री बग्गड़ सिंह,मनदङीप कौर पत्नी बोहड़ सिंह, मलकीत सिंह पुत्र नाजम सिंह,गुरतेज सिंह पुत्र गुरदेव सिंह,बिलू सिंह पुत्र नारंग सिंह,बंत सिंह पुत्र सर्जन सिंह,महेन्दर कौर पत्नी गुरदेव सिंह,गुरदेव सिंह पुत्र करतार सिंह,जसविन्दर कौर पत्नी कोर सिंह,बलकार सिंह पुत्र लाभ सिंह।