फरीदकोट (शरणजीत ) फ़रीदकोट में लगभग सात करोड़ की लागत से नये बनाए अधुनिक किस्म के बस स्टैंड में ट्रांसपोर्ट प्रशाशन की घटिया कारगुज़ारी के चलते अभी तक यात्रियों को सहूलतें देने में कामयाब नहीं हो सका जिस कारण लगभग एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लोगों को बाथरूम बस स्टैंड में बनाऐ बाथरूम की बजाय बस स्टैंड के अंदर दीवारों के पास टायम के पास करते किसी समय भी देखा जा सकता है।ज़िक्रयोग्य है कि इन बाथरूमो के नीचे बनीं नालियो की भी सफ़ाई नहीं करवाई जाती जो सीधे तौर पर भयानक बीमारियो को न्योता देती है।जो बाथरूम पहले के बने हैं उनमे यात्रियों को दीं जाने वाली सहूलतें नहीं हैं क्योंकि बाथरूम की हालत ख़स्ता हुई पड़ी है। आप देख सकते हो कि इस में पेशाब करने वाली जगह पर डवायडर टूटे पड़े हैं जिन की प्रशाशन ने मुरम्मत करवाने की ज़रूरत भी नहीं समझी और बाथरूमों के बाहर बैठे ठेकेदारों की तरफ से लोगों को दौनो हत्थी लूटा जा रहा है।और न ही लोगों के बैठने के लिए कोई बैंच लगाए गए हैं जिस कारण लोगों को नीचे फर्श पर बैठ कर बसें का इन्तज़ार करना पड़ता है इस अधुनिक किस्म के बने बस स्टैंड में साफ़ सफ़ाई को लेकर जब लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बस स्टैंड में और बाथरूमों में सफ़ाई का बुरा हाल है और न ही लोगों के बैठने का कोई प्रबंध है उन्होंने प्रशाशन से अपील करते कहा कि बस स्टैंड में सफ़ाई करवाई जाये और लोगों के लिए पीने वाले साफ़ पानी का प्रबंध किया जाना चाहिए।बस स्टैंड में सफ़ाई के बारे जब पी.आर.टी.सी.के चेयरमैन अवतार सिंह बराड़ के साथ बात की गई तो उन्होंने इन सभी किये सवालों से अनजान बनते हुए बस स्टैंड की सफ़ाई के बुरे हाल को ले कर चैनल का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह बात आप ने ध्यान में लाई है और उन्होंने कहा कि उनके ऐस.डी.ओ . टूर पर आए हुए हैं उन को हिदायत कर दी गई है कि एक हफ्ते में पुराने टूटे बाथरूमों को समय का साथी बनाया जाये और बस स्टैंड में सफ़ाई को ले कर किये सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस बारे उन्होंने जी.ऐम और नगर काऊंसलर को विनती कर दी है कि इस की तरफ विशेष ध्यान दिया जाये।