लुधियाना 24 मार्च (अजय पाहवा ) आज शिमलापुरी मैं निरंकारी मिशन द्वारा होली के उपलक्ष मैं हर साल की तरह इस साल भी एक भक्ति संगीत संत समागम करवाया गया जिसमें निरंकारी मिशन लुधियाना के जोनल इंचार्ज तथा ज्ञान प्रचारक ब्रह्म ज्ञानी महात्मा संत एच एस चावला जी निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के प्रवचनों को दोहराते हुए कहा के मानव धर्म की कोई जाति-पाति व सीमा नहीं होती। धर्म तो विश्व व्यापक होता है। धर्म के अनुयायी भाषाओं, मान्यताओं से ऊपर उठकर इंसानी सोच को अपनाकर अपने जीवन को आनंदमयी और खुशहाल बनाते हैं।आज इंसान भाषाओं, प्रांतों, मुल्कों के दायरों में बंट गया है। संत चावला जी ने कहा कि एकत्व का भाव हर मन में पैदा होने पर आपस की दूरियां समाप्त होती हैं। संसार में बसने वाले लोग प्रभु के बनाये बंदों के साथ मेल मिलाप रखते हुए तमाम दीवारों को गिराकर इस जीवन के सफर को तय करें। इंसानियत को उजागर करें, मानवता को और मजबूती प्रदान करें, गुरु, पीर पैगम्बरों की शिक्षाओं को अपनाकर प्यार, सहनशीलता, सब्र और संतोष के साथ मिल वर्तन भाव से युक्त होकर इस जीवन को जीएं।इंसानियत मैं सभी महिला-पुरुष काला-गोरा, पगड़ी टोपी वाला सभी वेशभूषा संस्कृति वाले सभी नर-नारी आते हैं। इंसान अगर इस पीर पैगंबरों की दी हुई प्रेरणा से इस प्रभु की अनुभूति की दौलत को अपना ले तो जीवन का सफर संवर जाता है। उन्होंने कहा, मानव हर पल संकीर्ण होता जा रहा है, एक-दूसरे को बर्दाश्त नहीं कर रहा। वहीँ संत चावला जी ने कहा के आज होली है और रंगों का त्यौहार है आज हम सभी को प्यार नम्रता सहनशीलता का रंग एक दुसरे पर लगाना चाहिए सबके भले की कामना करनी चाहिए। प्रभु परमात्मा की भक्ति का रंग हर इंसान पे होना चाहिए जिससे इंसान का जीवन परमात्मा के रंग मैं रंगने के बाद उसको कोई दुःख नहीं घेरता। समागम में स्थानीय श्रद्धालुओं तथा आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।समागम को भक्ति संगीत मैं संजोया पंजाबी सूफी गायक मनदीप ढिल्लों और उनकी टीम ने। समागम मैं श्रद्धालुओं द्वारा होली के इस पर्व को फूलों से साधसंगत के साथ पुष्पहोली खेली। इस संत समागम समागम को पूर्ण रूप से अपनी सेवाएं दी मुख्य सेवादार लाल सिंह ,गोल्डी ,रामबरन गुप्ता ,सलविंदर सिंह ,मल्होत्रा जी ,अर्जुन सिंह ,जीवन सिंह , इस तरह ये समागम श्रद्धापुरवक संपन्न हुआ।