फरीदकोट (शरणजीत ) यह मामला है फरीदकोट के गाँव अराईआंवाला कलाँ का जहाँ पंजाब सरकार की तरफ से गरीबों को आटा -दाल स्कीम के अंतर्गत बाँटने आई गेहूँ को फूड स्पलाई के इंस्पेक्टर की तरफ से ही गाँव के ही डीपू होल्डर की मदद के साथ गेहूँ के गट्टों के साथ भरी ट्राली फरीदकोट में बेचने के लिए भेजी गई थी जिसको पुलिस ने सरपंच की मदद के साथ गेहूँ के गट्टों के साथ भरी ट्रैक्टर -ट्राली अपने कब्ज़े में ले कर आगे वाली कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इस सम्बन्ध में ट्रैक्टर चालक जोगिन्द्र सिंह ने कहा कि उसको 900 रुपए पुकार (दिहाड़ी) पर लाया गया था और जब वह गाँव के बाहर जिमीदार की कोठी से गेहूँ भर कर तारा पैलिस,फरीदकोट पहंचा तो उसको मुलाजिमों की तरफ से रोक कर कहा गया कि यह गेहूँ चोरी की है और थाने लाया गया है।चालक जोगिन्द्र सिंह के पास से जब गट्टों की संख्या बारे पूछा गया तो उसने कहा कि इस बारे उसको पता नहीं। इस पूरे मामले बारे जानकारी देते अरांईआंवाला गाँव के सरपंच हरचरन सिंह ने बताया कि जब वह गाँव गया तो गाँव के गरीब लोगो ने कहा कि कुलवंत सिंह इंस्पेक्टर ने उनके जाली अगूंठे लवाके उन को गेहूँ नहीं रहा उन्होंने कहा कि डीपू होल्डर की तरफ से कुछ गेहूँ डीपू पर उतार कर बाकी ट्रक भरा डीपू होल्डर के घर उतार कर सरकारी बोरियाँ में से गेहूँ निकालकर सफ़ेद गट्टों में डाल कर बेचने ले कर आए था।जब गट्टों की संख्या बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 100 -150 के लगभग बौरिया हैं जो बेचने के लिए ले कर आए थे।इस पूरे मामले बारे जब थाना कोतवाली के ऐस.अेच.ओ .से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की पोलसी के अंतर्गत 2 रुपए किलो गेहूँ बाँटने के लिए डीपू होल्डर को स्पलाई हुई था जो गरीब परिवारा को बाँटी जानी थी उन्होंने कहा कि उन्होंने को सूचना मिली थी कि नछतर सिंह और उसका पुत्र रणजीत सिंह और गुरप्रीत सिंह चक्की मालिक की आपसी मिली भुगत करके यह गेहूँ बेचने आए थे ।उन्होंने यह भी कहा कि अब तक इन से 40 क्विंटल गेहूँ निर्यात की गई है उन्होंने कहा कि इन दोषियों ख़िलाफ़ पर्चा दर्ज़ करके जाँच की जा रही है।