जयपुर। दुर्घटना में अपनी बेटी खो चुके परिवार को इस बात का मलाल है कि हेमा मालिनी या उनके सहायकों ने उनका हालचाल तक नहीं पूछा। अगर हेमा के साथ ही बच्ची को भी जयपुर ले जाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। गुरुवार रात हादसे के बाद पीड़ित परिवार के पांच सदस्य करीब 25 मिनट तक कार में ही फंसे पड़े रहे, बाद में पुलिस ने आकर उन्हें निकाला और दौसा अस्पताल पहुंचाया। वहां से उन्हें जयपुर के अस्पताल में रेफर किया गया।
एक परिजन ने बताया कि बच्ची की मां की हालत अभी अच्छी नहीं है, इसलिए उन्हें बच्ची की मौत के बारे में नहीं बताया गया है। वह अभी भी बेटी का घर का नाम लेकर पूछ रही हैं, चिन्नी कहां है? एक परिजन ने बताया कि बच्ची के पिता को मौत के बारे में बताया गया है, जिसके बाद वह उसे याद करके रो रहे हैं।
हेमा मालिनी ने बयान जारी कर कहा कि सड़क दुर्घटना का उन्हें गहरा दुख है। दुर्घटना में मासूम बच्ची की मौत से वह बेहद व्यथित और दुखी हैं। उन्हें एहसास है कि जिस परिवार ने हादसे में अपनी बेटी खोई है, उस पर क्या बीत रही होगी। हेमा मालिनी ने दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
जयपुर-आगरा हाईवे पर गुरुवार रात दौसा के पास हुए सड़क हादसे में घायल भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी की प्लास्टिक सर्जरी हुई है। उनकी नाक की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया। हादसे की सूचना पाकर हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल शुक्रवार को जयपुर पहुंच गईं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी हेमा का हाल-चाल जानने अस्पताल पहुंचीं। पुलिस ने गुरुवार रात दर्ज हुए मुकदमे के आधार पर हेमा मालिनी की मर्सिडीज कार के ड्राइवर महेश ठाकुर को गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया, लेकिन कुछ घंटे बाद उसे जमानत मिल गई।
फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हेमा की हालत में सुधार है। वह पूरी तरह होश में हैं और बात भी कर रही हैं। वह तरल खाद्य ले रही हैं। अस्पताल के निदेशक पी तंबोली ने बताया कि हेमा के चेहरे के कुछ हिस्सों, आईब्रो आदि की प्लास्टिक सर्जरी की गई है, घाव भरने में करीब डेढ़ महीने का वक्त लगेगा। चोट के निशान गायब होने में नौ महीने लगेंगे। सांसद के कमर के निचले हिस्से और गर्दन में भी दर्द है। माना जा रहा है कि दुर्घटना के समय अचानक झटका लगने से मांस पेशियों को चोट पहुंची है। हेमा मालिनी को कुछ दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है। दशा में और सुधार होने पर उन्हें मुंबई ले जाया जाएगा। वसुंधरा राजे ने जयपुर के ही एसएमएस अस्पताल जाकर उस परिवार से भी मुलाकात की जिसकी कार हेमा की कार से टकराई थी। मुख्यमंत्री ने चारों घायलों के मुफ्त इलाज के निर्देश दिए हैं।
दौसा पुलिस ने इस हादसे में अत्यधिक रफ्तार और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर महेश ठाकुर 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से कार भगा रहा था। गुरुवार रात हुए इस हादसे में ऑल्टो में सवार बच्ची सोनल की मौत हो गई थी जबकि बच्ची के पिता हनुमान, मां शिखा, भाई सोमिल और ताई सीमा बुरी तरह घायल हो गए थे। इस हादसे में हेमा मालिनी की कार में ड्राइवर समेत तीन लोग सवार थे, जिनमें से दो घायल हो गए। हादसे के बाद हेमा दूसरी कार से ड्राइवर के साथ जयपुर आईं थीं।
मथुरा से चलकर हेमा मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करके जयपुर आ रही थीं। हादसा गुरुवार रात करीब नौ बजे जयपुर-आगरा राजमार्ग पर दौसा में लालसोट बाइपास तिराहे पर हुआ। ऑल्टो में सवार हनुमान का परिवार जयपुर से लालसोट लौट रहा था। तिराहे पर जैसे ही कार टर्न हुई, सामने से आ रही मर्सिडीज कार ने टक्कर मार दी। बच्ची सोनम की कुछ देर बाद मौत हो गई, जबकि परिवार के चार सदस्य घायल हो गए। घटना के बाद आस-पास के लोग और पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को कार से बाहर निकाला। पुलिस ने ही घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में इन सभी को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया।
मथुरा से भाजपा सांसद व सिने अभिनेत्री हेमामालिनी जिस मर्सिडीज कार से दुर्घटनाग्रस्त हुईं, वह गुड़गांव की एक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। कार का रजिस्ट्रेशन भी गुडग़ांव अथॉरिटी से है।
यह कार 12 जनवरी 2011 को कन्हई गोल्डन आर्ट इंडिया कंपनी के नाम रजिस्टर्ड हुई थी। यहां के सुशांत लोक फेज वन के प्लाट नंबर केबी 259 पर रजिस्टर्ड कार को कंपनी से हेमामालिनी ने कांट्रेक्ट पर ले रखा है।
इसी कार में बृहस्पतिवार देर शाम हेमा सवार होकर मथुरा से जयपुर जा रही थीं।