(राजस्थान के बाँसवाङा जिले मे करीब डेढ करोङ की सोलर लाइट खरीदी पर आज तक 85लाख से अधिक की वषुली बकाया है और जीला परिषद व पंचायत समितियो के आला अधिकारी वसुली व सख्त कार्वाई की बजाय कुम्भकरणी नीन्द क्यो सोए हुए है डेड करोङ का सचिवो ने चुनालगाया जम कर भ्रष्टाचार किया और 177ग्राम पंचायतो मे 1करोङ 52लाख 67हजार 941 रुपये की अनियमित्ता की गई थी राशी की वसुली राज कोश मे जमा करानी थी मगर दुर्भागय की बात है की जिले मे सत्ता पक्ष के एक सासंद एक मत्री तीन विधायक वही विपक्ष के तेज तरार विधायक महैन्द्र जित सिह मालविया जिले की महिला जिला प्रमुख व जिले के काबील होशीयार तेज तरार जिला कलेक्टर प्रकाश राज पुरोहित के होते हुए भी ठप्पे से जिले के सचिवो ने सोलर उर्जा लाइट खरीदी मे जम कर बङे पैमाने पर भ्रष्टाचार किया मामला राजस्थान पत्रिका व मीडीया ने उठाया तो 16सितबंर 14 को सोलर लाइट खरीद मे भारी अनिय मित्ता की जाँज के लिए एक कमेटी का गठन भी हुआ था वही 16व17 अक्टुबंर को स्मरण पत्र सभी बीडीओ को भेज कर रिपोर्ट मागी गइ थी खरीदी मे डेढ करोङ की अनियमित्ता का खुलासा हुआ था फीर जिला परिषद मे अनियमित्ता के मामले मे दोसीयो के खिलाफ अनुशास्नात्मक कार्यवाइ के सख्त निर्देश भी दिए थे मगर भ्रष्टो पर कोइ शिकंजा नही कशा गया वही दुबारा 30दिशबंर 14 को बीठीओ को पत्र भेज कर चार दिन मे कार्यवाई के करने को कहा था मगर जंगल मे मौर नाचा किसने देखा वाली कहावत यहा चरितार्थ रही और आज भी दोशीयो पर कोई शीकंजा नही कसा क्या जिले मे बैठे राजनैता पक्ष विपक्ष व अधिकारीयो ने भ्रष्टो के सामने अपने हथियार डाल दिए है क्या इसे शुसासन व अच्छे दिन कहेगे क्या विपक्ष की जवाब देही भी खत्म होती प्रतित होती लग रही है बगैर निविदाए आमनत्रित के इतना बङा महा घोटाला हुआ नैता अधिकारी मदारी की तहर जाँचके नाम पर कैवल डुगडुगी ही बजाते रहे क्या सभी का जमीर मरगया या हवन करने मे हाथ ना जल बैठे इसलिए भ्रष्टोपर रहम कर सभी चुप क्यो बैठे है कही पुरी की पुरी दाल तो काली नही ?