फरीदकोट (शरणजीत ) जोशी फाउंडेशन दी जैतों (फरीदकोट) इकाई के वलटिंअरस ने माँग की है कि शहर में शराब के छापे के रोजाना के टाईम टेबल को 2016 -17 की नयी आबकारी एक्ट पालिसी में कम किया जाना चाहिए। इस सम्बन्धित जोशी फाउंडेशन के वलटिंयर सन्दीप शर्मा टोनी, डा. मनजीत सिंह ढिल्लों, रजिन्दर अग्रवाल, डा. प्रीतम सिंह चोकर, बलवंत सिंह, डा. सोनू गर्ग, डा. राज लोहियाँ, राम रत्न जिन्दल, गगन सेठी, बलवंत सिंह, अशोक मित्तल, राकेश गर्ग, सुनीता गर्ग और प्रतीक शेखर ने शहर के डिप्टी कमिशनर मलविन्दर सिंह जगी को एक माँग पत्र सौंपते माँग की है कि शहर भर में छापने बाद दोपहर 12 बजे खोले जाने चाहिएं और शाम 7बजे बंद होने चाहिएं। पिछले 13 महीनों से जोशी फाउंडेशन सांसद अविनाश राय खन्ना, केंद्रीय राज मंत्री विजय सांपला और सहायक मीडिया सलाहकार वनीत जोशी की नुमायंदगी नीचे पंजाब भर में नशा विरोधी मुहिम चला रही है। इस मुहिम के अंतर्गत लगभग 58 नशा विरोधी प्रोगराम बनाऐ जा चुके हैं, जिस में नशा विरोधी गोलमेज कान्फ़्रेंस, नशा विरोधी सैमीनार, नशा विरोधी मार्च, नशा विरोधी कसम उठा समागम आदि शामिल हैं। इनें प्रोगरामों में सामाजिक, धार्मिक, शिक्षित और राजनैतिक लोगों की यह माँग रही है कि पंजाब की जवानी को नशो की गलस्तन में से निकालने के लिए यह ज़रूरी है कि पंजाब में नशो की सुविधाजनक उपलब्बधता बंद करवाई जाये। उनहोने माँग पत्र में कहा कि नशा विरोधी डाक्टरों का मानना है कि सिंथैटिक ड्रग लेने वाले ज़्यादातर मामलों में नशो की शुरुआत शराब से करते हैं,इस लिए इसको काबू करना बेहद ज़रूरी है। उनहोने कहा कि पंजाब भर में आयोजित 58 नशा विरोधी प्र्रोगरामों में शराब की 24 घंटे बिक्री या कहें उपलबद्धता एक ऐसा मुद्दा बना, जिसको सूबो के हर कोनो में लोगों ने उठाया। उनहोने पंजाब सरकार से अपील की कि पंजाब के माथे पर लगे नशे रूपी कोढ़ को धौण के लिए तत्काल तौर पर पंजाब आबकारी एक्ट में शोध की जाये और 2016 -17 पालिसी में छापे के खुलने और बंद होने का समय प्रातःकाल 12 से शाम 7बजे तक निर्धारित किया जाये।