फ़रीदकोट(शरणजीत )स्थानिक भारतीय जीवन बीमा निगम के दफ़्तर में निगम का वें स्थापना दिवस बहुत उत्साह के साथ सीनियर ब्रांच मैनेजर जी.अै्ैस. गिल का नेतृत्व नीचे मनाया गया। इस समागम में निगम के अफ़सर, कर्मचारी, विकास अधिकारी, एजेंट और पालसी धारक बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस मौके श्री. गिल ने अपने संबोधन में बताया कि भारत सरकार की तरफ से पालसी धारकों के हितों को ध्यान में रखते हुए सन 1956 में 242 निजी कंपनियाँ को इकट्ठा करते हुए भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना की गई थी। आज पूरे भारत में निगम के 4 हज़ार से भी अधिक दफ़्तर और 40 करोड़ से अधिक पालसी धारक हैं। निगम के पास 20,31,116.08 करोड़ रुपए की संपत्ति है। पिछले वित्त वर्ष दौरान निगम ने 90, 458 करोड़ रुपए के 2करोड़ 33 लाख दावों का भुगतान किया। जो कि कुल दावों का 99.07% है। दावा भुगतान की यह दर न सिर्फ़ भारत में बल्कि दुनिया भर में सब से ज़्यादा है। उनहोने बताया कि निगम न सिर्फ़ भारत की बल्कि दुनिया की बेहतरीण जीवन बीमा कंपनियाँ में से एक है। इस मौके समूह कर्मचारियों ने निगम की तरक्की और बेहतर ग्राहक सेवा के लिए वचनबद्धता की कसम उठाई । इस मौके पर गर्भपात अरोड़ा, शंकर लाल, शतीश वधवा, नरिन्दर कटारिया, ऐल.के बजाज, कोशलेंदर, नवनीत धींगड़ा, अरुण सिंगला, रमिन्दर ग्रोवर आदि मौजूद थे।