चलती ट्रैन में लगी आग । सवारियां बाल-बाल बची । गाडी अम्बाला से नंगल जा रही थी । राजपुरा स्टेशन क्रॉस करते ही लगी आग । राजपुरा से आयी फायर ब्रिगेड की गाडी प्लेटफॉर्म से आगे नहीं जा सकी ।घंटा बाद में फतेहगढ़ से आयी फायर ब्रिगेड की गाडी ने बुझाई आग ।रेलवे का कोई आला अधिकारी नहीं पंहुचा । राजपुरा स्टेशन मास्टर पंहुचे डेड घंटे बाद ।रिकवरी ट्रैन से दो घंटे बाद भेजी गयी सवारियां । रेलवे पुलिस अधिकारी गार्ड की लापरवाही पर बरसे । रेलवे के जी एम ए के पुथिया नेकहा की स्टाफ ने स्थिति स्थिति पर जल्दी पा लिया था काबू ।
आज अम्बाला से नंगल जा रही गाडी नंबर 64517 के एक डिब्बे में आग लग गयी । जब गाडी राजपुरा स्टेशन से चली तो पिछले इंजन के साथ वाले डिब्बे के यात्रियों ने गार्ड से गाडी में कुछ जलने की बात कही । सराय बंजारा स्टेशन से पहले वहां अफरा-तफरी मच गयी । और गाडी में से कई यात्रियों ने रुकवाने के लिए चेन खीच दी । कईयों ने डर के मारे गाडी में से छलांग लगा दी । यात्रियों की माने तो गार्ड के पास कोई वयवस्था नहीं थी । और ना ही उसने राजपुरा स्टेशन को सूचित किया । रेलवे के आला अधिकारी घटना के घंटे बाद भी नहीं पंहुचे थे । राजपुरा से आयी फायर ब्रिगेड की गाडी आयी तो जरूर पर सराये बंजारा स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर खड़ी तमाशबीन बन खड़ी रही । घटना के घंटा भर बाद आयी श्री फतेहगढ़ साहिब की फायर ब्रिगेड की गाडी ने साथ के खेतों में से रास्ता बनाते हुए गाडी के पास पंहुचने में सफलता हासिल की । और गाडी में लगी आग को बुझाया जा स्का । मोके पर पंहुचे रेलवे पुलिस अधिकारीयों ने गाडी के गार्ड की लापरवाही के लिए डांट लगाई ।और इस बात को लेकर रेलवे पुलिस और गार्ड के बीच तू तू मैं मैं भी हुयी ।गार्ड का कहना था की उसने थुआं दिखने के बाद ही गाडी रुकवा दी थी ।