मुजफ्फरनगर. कछौली गांव के पास रविवार देर शाम हाईटेंशन लाइन टूटकर नीचे खेत में चारा काट रहे दंपति पर गिरा। इससे पति-पत्नी की मौत हो गई।
इसके बाद कई गांवों के ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और पावर कॉरपोरेशन के अफसरों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर पुलिस को लाशें उठाने से रोक दिया। खबर लिखे जाने तक घटनास्थल पर सैकड़ों ग्रामीण और अफसर मौजूद थे। 10 दिन पहले ही पूर्व ग्राम प्रधान ने डीएम को खत लिखकर तारों के जर्जर होने की जानकारी दी थी। ये इलाका शहर कोतवाली इलाके में आता है। बताया जा रहा है कि ईशम सिंह (45) और उसकी पत्नी संजोगिता (38) शाम करीब छह बजे पशुओं के लिए चारा लेने खेत पर गए थे। खेतों के ऊपर से 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन है। शाम करीब पौने सात बजे जैसे ही बिजली सप्लाई शुरू हुई, तेज आवाज के साथ हाईटेंशन लाइन टूटकर उनपर गिर गई। करंट लगने से दोनों ने ही मौके पर दम तोड़ दिया।
ग्रामीण करने लगे हंगामा दंपति की मौत की खबर मिलते ही आस-पास के कई गांवों के सैकड़ों लोग घटनास्थल पहुंच गए और हादसे के विरोध में हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने पावर कॉरपोरेशन के अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगाना शुरू कर दिया। हंगामे की खबर मिलने पर कोतवाली प्रभारी चमन सिंह चावड़ा मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने अफसरों को बुलाने की मांग करते हुए पुलिस को लाशों को उठाने से रोक दिया।
बड़े अफसर भी मौके पर पहुंचे ग्रामीणों के उग्र होने की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर उज्ज्वल कुमार, तहसीलदार रजनीकांत और सीओ सिटी भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग अपनी मांग पर अड़े थे। गांव के पूर्व प्रधान विजयपाल सिंह ने करीब दस दिन पूर्व ही डीएम निखिलचंद्र शुक्ला को पत्र भेजकर जर्जर हो चुकी विद्युत लाइन को बदलवाने की मांग की थी। विजयपाल ने डीएम को बताया था कि गांव से गुजर रहे तार जर्जर हैं, जिनसे कभी भी कोई हादसा हो सकता है।