लखनऊ: कन्नौज, फतेहपुर, और अम्बेडकरनगर के बाद अब कानपुर में मुहर्रम पर सांप्रदायिक हिंसा हो गई। भगवती जागरण के लिए लगे बैनर को फाड़े जाने के बाद हिंदू संगठन भड़क गए और ताजिया जूलूस निकाले जाने रास्ते को जाम कर दिया। हजारों आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पथराव और तोडफ़ोड़ के बीच फायरिंग की गई। दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिसमें कुछ पुलिसवाले भी शामिल हैं। पुलिस आंसू गैस के गोले दाग रही है। पूरे शहर में धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लगाई गई, लेकिन यह बेअसर साबित है। रुक रुक कर बवाल जारी है। शाम को दर्शन पुरवा में फिर हालात बेकाबू हो गए है। ताजिया निककवाने के पुलिस के प्रयास पर फिर भीड़ भड़क उठी है। पुलिस पर जबरदस्त फायरिंग और पथराव किया गया है।
दरअसल, कानपुर के फजलगंज थाना क्षेत्र के दर्शनपुरवा इलाके में देर रात एक बैनर को फाड़ दिया गया। बैनर मां भगवती के जागरण का था। इस घटना की सूचना फैलते ही सैकड़ों लोग इकठ्ठा हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह एक पक्ष को शांत कराया। सुबह सैकड़ो की संख्या में हिंदू संगठनों के लोग पहुंच गए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि माता का बैनर फाडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह इस रूट से ताजिया भी नहीं निकलने देंगे। इलाके की सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं। पुलिस ने पूरे शहर में धारा 144 लगा दी लेकिन इसके बावजूद भी लोग नहीं माने। कई बार पथराव और बवाल का दौर चला। शाम को पुलिस के ताजा प्रयास से फिर भड़की भीड़ ने दोबारा बवाल शुरू कर दिया है। इस बीच फतेहपुर के कई गांवों में हिंसा जारी है और कन्नौज में तनाव बरकरार है।