चंडीगढ़,: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा किघरौंडा, करनाल में एनसीसी की नई अकादमी खोली जाएगी और प्रदेश के एक सैनिक स्कूल को सैनिक कॉलेज बनाने का भी प्रयास किया जाएगा ताकि रक्षा सेवाओं में जाने वाले युवाओं को अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हों।
मुख्यमंत्री आज सैनिक स्कूल कुंजपुरा, करनाल के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोंधित कर रहे थे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 5 करोड़ रुपये की लागत से बने नये छात्रावास भवन का उद्घाटन किया तथा नये कार्टयार्ड हास्टल ब्लॉक की आधारशिला भी रखी। मुख्यमंत्री ने शहीदी स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि भी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि प्रदेश में रेवाड़ी में दूसरा सैनिक स्कूल चल रहा है परन्तु यदि आवश्यक हुआ तो एक और सैनिक स्कूल की स्थापना की जाएगी, क्योंकि यहां के युवा रक्षा सेवाओं में जाने में अधिक से अधिक रूचि लेते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के युवा रक्षा सेवाओं में जाकर देश की सेवा करके पूरे प्रदेश का मान बढ़ा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के सर्वागिण विकास के लिए हरियाणा सरकार द्वारा सभी संसाधन मुहैया करवाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। आज ही के दिन 9 अगस्त, 1942 को भारत देश में होनहार सैनिकों, क्रांतिकारियों व देश भक्तों ने अंग्रेजो के विरूद्ध भारत छोड़ो आंदोलन चलाया था। मुख्यमंत्री ने देश पर कुर्बान होने वाले जाने-अनजाने असंख्य शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी शहादत की याद दिलाई, जिन्होंने हम सबको आजादी दिलवाई और उन्हीं अमर शहीदों की बदौलत आज हम खुली हवा में सांस ले रहें हैं।
सैनिक स्कूल से अपनी बचपन की यादों को सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि बचपन में उनका सपना था कि कभी वे सैनिक स्कूल में जाएं,परन्तु उस समय उनकी इच्छा पूरी नही हुई पर आज यहां आकर छात्रावास का उद्घाटन व कैडिटस का गार्ड आफ ऑनर ले कर उन्हें अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस सैनिक स्कूल के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से हर तरह का सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस स्कूल से पास आऊट 700 से अधिक छात्र राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में जा चुके है, इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी यहां से पास आऊट छात्र अपनी सेवाएं दे रहे हैं जोकि गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि इस स्कूल की स्थापना 1961 में हुई। तब से लेकर यह विद्यालय प्रगति के पथ पर चल रहा है। ऐसे स्कूलो में दाखिला लेकर शिक्षा लेने वाले बच्चे बहुत भाग्यशाली है। इस स्कूल ने देश को सैंकड़ो की संख्या में सैनिक अधिकारी भी दिये है,जो आज भी देश की सेवा कर रहे है। वर्तमान में स्कूल में 432 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उन्होंने सभी कैडिटों के सुखद भविष्य की कामना की और कहा कि सभी अपने लक्ष्य में सफल हों तथा देश व समाज की उन्नति व प्रगति में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि परम्परागत खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार प्रत्येक गांव में व्यायामशालाएं खोल रही है ताकि राज्य का युवा हष्ट-पुष्ठ और स्वस्थ रहे। क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इसी प्रकार प्रदेश के खिलाडि़यों को आगे बढ़ाने व प्रोत्साहन देने के लिए नई खेल नीति भी बनाई गई है,जिसके अन्तर्गत खिलाडि़यों को प्रोत्साहन राशि व आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि खेल के साथ-साथ शिक्षा सुधार की दिशा में भी अनेक कदम उठाए जा रहे है। शिक्षा स्तर को उंचा उठाने के लिए एक सलाहकार समिति गठित की गई है। प्रदेश का जो युवा शिक्षा से वंचित रह गया है,कौशल विकास मिशन के माध्यम से उनके परम्परागत हुनर के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाया जाएगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने सैनिक स्कूल प्रागंण में हर घर हरियाली योजना को बढ़ावा देने के लिए रूद्राक्ष का पेड़ लगाया तथा सैनिक स्कूल में रह रहे 100 परिवारों को 5-5 पौधे भी वितरित किये। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बाबू मूलचंद जैन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कुंजपुरा में लगभग 1 करोड़ 47 लाख से तैयार होस्पटैलिटी भवन का उद्घाटन भी किया।इस अवसर पर घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, मेयर रेनू बाला गुप्ता, मेजर जनरल नरेन्द्र पाल सिंह, कर्नल वाईएस परमार, ओएसडी जवाहर यादव व अमरेन्द्र सिंह, डीसी डा०जे.गणेशन,एसपी पंकज नैन अन्य उपस्थित थे।