नई दिल्ली: यौन उत्पीड़ऩ के आरोप में 23 महीने से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम पर सरकार अब तक दस करोड़ रूपए खर्च कर चुकी है। आसाराम के जोधपुर जेल में बंद होने से लेकर अब तक कुल 300 पेशियां हुई हैं। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, प्रति पेशी दो लाख रूपए खर्च होता है। इसके अतिरिक्त उनके जेल में भोजन, दवा सहित अन्य सुविधाओं पर दो करोड़ रूपए अलग खर्च हुए हैं। सरकार अब आसाराम पर दस करोड़ से ज्यादा खर्च कर चुकी है। गौरतलब है कि आसाराम मामलें में अभी तक 3 अहम गवाहों की मौत हो चुकी है। केस के मुख्य गवाह 35 वर्षीय कृपाल सिंह पर शाहजहांपुर के पुवायन इलाके में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने गोलियां बरसा दी, जिसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। कृपाल सिंह से पहले, आसाराम के करीबी रहे और बाद में सरकारी गवाह बन गए अमरुत प्रजापति की राजकोट और दिनेश गुप्ता की मुजफ्फरनगर में अलग-अलग हमलों में हत्या कर दी गई है। अब तक आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ मामलों से संबंधित 9 गवाहों पर हमले हुए हैं। आसाराम के खिलाफ जोधपुर और अहमदाबाद में कथित बलात्कार के मामले चल रहे हैं, जबकि उनके बेटे नारायण साईं पर सूरत में कथित बलात्कार का एक मामलाचल रहा है।