बार-बार वादा करने के बावजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी आज भी नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम की जमानत याचिका पर पैरवी करने जोधपुर नहीं आए। दूसरी तरफ उनके नहीं आने से कुछ निराश नजर आ रहे आसाराम ने कहा कि डॉ. स्वामी ने उनके साथ धोखा नहीं किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि सब कुछ ठीक होगा।अब आसाराम की जमानत याचिका पर 9 जून को सुनवाई होगी वही आज भी एसआई मुक्ता परिख के बयान अधूरे रहे जो कल भी जारी रहेगे वहीं आज पूर्णिमा होने के कारण आमदिनों की अपेक्षा बड़ी संख्या में आसाराम के समर्थक जोधपुर आ पहुंचे।
वीओ ; मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट(जोधपुर जिला) की अदालत में आज आसाराम की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी। उनकी तरफ से जमानत याचिका पर पैरवी करने डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी को आज जोधपुर आना था, लेकिन वे नहीं आए। उनके नहीं आने की निराशा आसाराम के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी। कोर्ट पहुंचने के दौरान गेट पर आज उनके समर्थक बहुत अधिक संख्या में एकत्र थे। हमेशा अपने समर्थकों को देख खिल उठने वाला आसाराम का चेहरा आज थोड़ा मुर्झाया हुआ था। पुलिस के वाहन से नीचे उतरते ही उनसे सवाल किया गया कि कहीं डॉ. स्वामी ने उनके साथ धोखा तो नहीं किया। इस पर आसाराम ने कहा कि नहीं, उन्होंने किसी प्रकार का धोखा नहीं किया है। वे अवश्य आएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि ऊपर वाला सब ठीक करेगा। इसके बाद वे बगैर कुछ बोले कोर्ट में चले गए।समर्थकों का भारी जमावड़ापूर्णिमा के दिन कई समर्थक आसाराम का चेहरा देख अपना व्रत खोलते है। इस कारण आज जोधपुर में रोजाना की अपेक्षा भारी संख्या में उनके समर्थक कोर्ट के बाहर सुबह जल्दी आकर बैठ गए। जेल से आसाराम को लेकर वाहन के आते ही इन समर्थकों को नियंत्रित करना पुलिस के लिए चुनौती बन गया। आसाराम के समर्थकों की आज अधिक संख्या को ध्यान में रख पहले से ही कोर्ट परिसर में अतिरिक्त पुलिस तैनात की गई। आसाराम को लेकर पुलिस का वाहन जैसे ही कोर्ट के निकट पहुंचा वहां पर एक बार अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन पुलिस ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया। आसाराम के समर्थकों ने वाहन के साथ अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती के साथ उन्हें रोक दिया।शंखनाद कर किया विरोध प्रदर्शनकोर्ट के बाहर आसाराम को लाए जाने के दौरान अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की ओर से आसाराम के समर्थन में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया। हाथ में बैनर थामे कुछ संत नारे लगा रहे थे कि संतो का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान, बापू निर्दोष है। आसाराम को रिहा करों जैसे नारे लगाते हुए संतों ने प्रदर्शन किया। साथ ही एक संत शंख बजा वहां मौजूद सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहे थे।