10 अगस्त को अपने गांवों की मिटटी कलश/हांडी/कसोरे/घड़े में भर कर दिल्ली पहुंचे।किसानो की मांगों को बुलंद आवाज़ दें। किसानो की फसल का बीमा ,भू अध्यादेश का विरोध , किसानो की उपज का उचित मूल्य , किसानो की मजदूरी के लिए पहला वेतन मान , किसानो के बच्चों को उचित शिक्षा और स्वास्थ 1 अगस्त को पंजाब के बरनाला जिले से स्वराज अभियान के अंतर्गत जय किसान आंदोलन का “”ट्रैक्टर मार्च”” प्रो0 आनंद कुमार, योगेन्द्र यादव,प्रशांत भूषण, अजित झा, पंकज पुष्कर आदि के नेतृत्व में निकलेगी। जो पंजाब के विभिन्न गांवों से होते हुई हरियाणा के विभिन्न गांवों से होते हुवे,किसानो की समस्याओं से रूबरू होते हुवे,10 अगस्त को करनाल से दिल्ली में प्रवेश करेगी और सरकार को किसानो की आवाज़ सुनाएगी।लगभग 1 लाख गांवों के कलश भी संसद के सामने रखे जायेंगे।।।सारे देश की मिटटी की आवाज़ भी दिल्ली की गूंगी बेहरी सरकार को सुनाई जायेगी।।।सवाल भी खड़े होंगे -अन्नदाता के ।।।
अन्नदाता के बच्चों के।।।अन्नदाता के जीवन के।।।अन्नदाता की ज़मीन के।।।अन्नदाता के आत्म हत्या के।।।दिल्ली चलो, दिल्ली चलो, दिल्ली चलो