मुंबई :खून मे विभिन्न प्रकार के तत्वों का परीक्षण और उसके शुद्धिकरण के लिए राजावाडी अस्पताल को तोहफे में करीब 1 करोड़ 50 लाख की मशीनें मिली हैं।यह सराहनीय काम टायशन क्रुफ ऑफ इंडिया,नामक मल्टी नॅशनल जर्मन की कंपनी ने दिया है।इसी के साथ इंफ्रास्ट्रक्टर के लिए करीब 15 लाख का डोनेशन एक अन्य दानवीर ने दिया है। इस सुबिधा के होने से अब राजावाडी के मरीजों को प्लेटलेट के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है की गत दिनों घाटकोपर के प्रसिद्ध उद्योगपति जिग्नेशभाई मेहता के एक रिश्तेदार की पत्नी को डिलवरी के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।ब्लडिंग अधिक होने के चलते उस पीड़ित को प्लेटलेट की जरुरत पड़ी।रात होने के चलते उसे प्लेटलेट मिलना संभव नहीं था। किसी डाक्टर ने जिग्नेश भाई मेहता को बोला की आप राजावाडी अस्पताल के डॉ देवरे पाटिल से मिलो वह इसका अरेंजमेंट करा सकते हैं।जिग्नेश भाई राजावाडी के श्री पाटिल से मिले, तो पाटिल ने प्लेटलेट का अरेंजमेंट करा दिया। बाद में जिग्नेश ने कहा की यह सुबिधा राजावाडी में क्यों नहीं है।इस पर पाटिल ने कहा की इसकी मशीन करोडो में है,और मनपा प्रशासन यह करने को टाल मटोल कर रहा है।तभी जिग्नेश ने कहा की आप प्रयास करो पूरा खर्च मैं वहन करता हूँ।इसके बाद इस काम का प्रोसेस शुरु हुआ और जिग्नेश मेहता ने टायशन कंपनी के प्रभु साहेब (एम डी फायनेंस विभाग)व उनके वरिष्ट प्रकाश समुद्रा (एम डी) के सहयोग से कारपोरेट सोशल रिस्पांसब्लिटी के माध्यम से कंपनी के केमिकल डिवीजन द्वारा 11 मशीनें और 10 ब्लड डोनर चेयर उपलब्ध कराया।उपरोक्त मशीने 3 जून 2015 को इन दानवीरों ने अस्पताल प्रशासन को सौंपा है।इसके अलावा करीब 15 लाख का इंफ्रास्ट्रेचर की सुबिधा श्री मेहता ने कराई है।राजावाडी के डॉ देवरे पाटिल ने बताया की इन मशीनों के लिए करीब 15 साल से मेहनत की जा रही थी।यहाँ की अधिछक डॉ विद्या ठाकुर, डॉ सचिन, डॉ सोनावने के अलावा पूर्व शिवसेना उपविभाग प्रमुख व दक्षता समिति के प्रकाश वाणी के अथक प्रयास व डॉ देवरे पाटिल के परिश्रम से यहाँ यह सुबिधा हुई है।श्रीमती ठाकुर ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा है की अब हमारे यहाँ आने वाले गरीब मरीज को प्लेटलेट के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।उन्होंने इसके लिए जिग्नेश मेहता,टायशन के प्रभू और प्रकाश समुद्रा का आभार माना है।