spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

दुखों का एक मात्र कारण प्रभु को बिसराना : संत चावला

लुधियाना (अजय पाहवा ) ऋषि नगर में संत निरंकारी मिशन द्वारा एक विशाल भक्ति संगीत समागम करवाया गया। जिसमें हजारों की संख्या में साध संगत ने अपनी हाजरी लगाई। वहीँ आई संगत को सम्भोदित करते हुवे निरंकारी मिशन के महान संत एच ,ऐस ,चावला जी ने कहां के हमारे दुखों का कारण एक मात्र प्रभु को ह्रदय से बिसार देना है। संत चावला जी ने सतगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के पावन पवित्र सन्देश को दोहराते हुए कहा के मनुष्य जनम का लक्ष्य ध्यान में रखकर प्रभु की जानकारी करके भक्ति में जीवन जीना चाहिए प्रभु जानने योग्य है और सतगुरु द्वारा प्रकट प्रभु
को जाना जा सकता है। संत चावला जी ने कहा के सहनशीलता , नम्रता , आदि दिव्या गुणों को जीवन में धारण करना आज उतना ही जरुरी है जितना के जीवन जीने के लिए भोजन करना । वहीँ निरंकारी भक्ति संगीत समागम में मुख्या अतिथि एम ,एल ,ए ,भारत भूषण आशु ,कॉन्सेलर बलकार सिंह सिद्धू ,सनी भल्ला जी , तथा विनोद जैन ,कुँवर रंजन ,ने इस विशाल सत्संग में अपनी हाजरी लगाई। इस विशाल भक्ति संगीत समागम को अपनी आनंदमय आवाज़ द्वारा भक्तों को मंत्रमुग्ध किया पंजाब के मसहूर गायक मंजीत रूपोवालिया ने। इस मौके पर सुरिंदर शर्मा शाह जी ,जसजीत जस्सी ,भूपिंदर हैप्पी ,अजित बस्सी ,राजिंदर राजन ,बसंत कोमल ,जगदीश राम जी ,यशपाल जी ,राजिंदर कपूर ,सुखदेव सिंह सज्जन सिंह तथा स्वर्ण राम भट्टी जी ने मुख्या सेवादारों के रूप में अपना योगदान दिया।

Related Articles

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles